Edited By Rahul Rana,Updated: 27 Apr, 2025 05:03 PM
तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया और कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए और पाकिस्तान द्वारा कब्जाए गए कश्मीर के हिस्से (पीओके) को वापस लिया जाए। उन्होंने यह बयान हाल ही में...
नेशनल डेस्क: तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया और कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए और पाकिस्तान द्वारा कब्जाए गए कश्मीर के हिस्से (पीओके) को वापस लिया जाए। उन्होंने यह बयान हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दिया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने का आह्वान
अभिषेक बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘‘अब समय आ गया है कि उन्हें (पाकिस्तान) उनकी भाषा में सबक सिखाया जाए। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लिया जाए।’’ उन्होंने कहा कि यह "केवल सर्जिकल स्ट्राइक या पाकिस्तान को धमकियां देने का समय नहीं है", बल्कि अब इसे एक निर्णायक और स्थायी कदम के रूप में लेना चाहिए।
राजनीति से ऊपर उठकर कड़े कदम की आवश्यकता
बनर्जी ने यह भी कहा कि अब हमें इस मुद्दे को राजनीति से ऊपर उठकर देखना चाहिए और इसे एक समग्र और निर्णायक तरीके से सुलझाना चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी उस समय की जब पाकिस्तान से जुड़ी गतिविधियों और आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने के मुद्दे पर देश में व्यापक बहस चल रही है।
मीडिया और सरकार पर आलोचना
अभिषेक बनर्जी ने आगे कहा कि वह पिछले कुछ दिनों से मुख्यधारा के मीडिया और केंद्र सरकार के शीर्ष नेताओं के आचरण पर करीबी नजर रख रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि "पहलगाम में इस अभूतपूर्व आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार चूक की गहराई से जांच करने के बजाय, वे एक ऐसे विमर्श को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करते दिखते हैं, जिससे एक विशेष राजनीतिक दल को लाभ पहुंचे।"
पहलगाम आतंकी हमला
बनर्जी का यह बयान मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। यह हमला कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा किया गया था और इससे पूरे देश में शोक और गुस्से की लहर दौड़ गई थी। हमले में मारे गए अधिकांश लोग पर्यटक थे, जो कश्मीर की खूबसूरती का आनंद लेने आए थे।