Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Feb, 2025 07:33 PM
प्रयागराज में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के स्नान पर हुई भगदड़ के बाद होटल बुकिंग में भारी गिरावट आई है। इस घटना के बाद कई श्रद्धालु अपने होटलों तक नहीं पहुंच सके, जिसके कारण उनकी बुकिंग रद्द कर दी गई।
नई दिल्ली: प्रयागराज में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के स्नान पर हुई भगदड़ के बाद होटल बुकिंग में भारी गिरावट आई है। इस घटना के बाद कई श्रद्धालु अपने होटलों तक नहीं पहुंच सके, जिसके कारण उनकी बुकिंग रद्द कर दी गई। हालांकि, होटल व्यवसायियों को उम्मीद है कि बसंत पंचमी स्नान के बाद बुकिंग में फिर से बढ़ोतरी होगी।
होटल व्यवसायी अब यात्रियों से कह रहे हैं कि स्थिति अब सामान्य हो चुकी है और वे बिना किसी डर के महाकुंभ में आ सकते हैं। कई होटल मालिक संभावित ग्राहकों से संपर्क कर उन्हें आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
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होटल बुकिंग में आई गिरावट
प्रयागराज होटल एंड रेस्टोरेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह ने बताया कि 29 जनवरी की घटना के बाद होटल बुकिंग में 40-50 प्रतिशत की गिरावट आई है। 28 से 30 जनवरी के बीच कई तीर्थयात्रियों को शहर की सीमा पर ही रोक लिया गया था, जिससे वे अपने होटलों तक नहीं पहुंच सके। भगदड़ की खबर फैलने के बाद श्रद्धालुओं ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी थी। होटल मालिक अनिल कुमार गुप्ता ने कहा, "हमने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे बसंत पंचमी स्नान के बाद आएं, क्योंकि तब तक शहर में वाहनों की आवाजाही सामान्य हो जाएगी।"
अफवाहों ने बढ़ाई दहशत
होटल मालिकों का कहना है कि सोशल मीडिया और यूट्यूब पर अफवाहों ने स्थिति को और भी बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया, जिससे यात्रियों में डर फैल गया। लेकिन जब होटल व्यवसायियों ने स्थिति स्पष्ट की, तो कई श्रद्धालुओं ने अपनी बुकिंग रद्द करने का फैसला वापस ले लिया।
प्रशासन से बेहतर व्यवस्था की मांग
होटल व्यवसायियों ने प्रशासन से बेहतर व्यवस्था की मांग की है ताकि यात्रियों को कम से कम अपने होटलों तक पहुंचने में कोई समस्या न हो। सरदार हरजीत सिंह ने कहा कि महिलाओं, बच्चों और भारी सामान के साथ यात्रियों को 15-20 किलोमीटर पैदल चलने के लिए कहना अव्यवहारिक था।