Edited By rajesh kumar,Updated: 31 Dec, 2024 07:34 PM
ताजमहल जैसी विश्व धरोहर के लिये पूरी दुनिया में मशहूर आगरा शहर मंगलवार को नए साल की पूर्व संध्या पर इस ‘मुहब्बत की निशानी' के दीदार के लिये आये पर्यटकों की चहल-पहल से गुलजार रहा।
नेशनल डेस्क: ताजमहल जैसी विश्व धरोहर के लिये पूरी दुनिया में मशहूर आगरा शहर मंगलवार को नए साल की पूर्व संध्या पर इस ‘मुहब्बत की निशानी' के दीदार के लिये आये पर्यटकों की चहल-पहल से गुलजार रहा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के आगरा क्षेत्र ने ताजमहल में एएसआई कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और जरूरत पड़ने पर अन्य स्मारकों पर तैनात कर्मचारियों को ताजमहल में तैनात करने के लिए कहा गया है।
हर दिन 40 हजार पर्यटक आ रहे- वाजपेयी
ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया, ‘‘इन दिनों ताजमहल में पर्यटकों की खासी भीड़ देखी जा सकती है। हर दिन लगभग 40 हजार पर्यटक इस स्मारक को देखने आ रहे हैं। दिसंबर महीने की शुरुआत से इसमें वृद्धि शुरू होती है। जनवरी के अंत तक पर्यटकों की ऐसी ही भीड़ देखने को मिलेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘भीड़ को देखते हुए एएसआई कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और अगर जरूरत पड़ी तो हम अन्य स्मारकों पर तैनात एएसआई कर्मचारियों को भी ताजमहल में तैनात करेंगे।''
एसीपी का बयान
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) सैयद अरीब अहमद ने कहा, ‘‘25 दिसंबर से और खासकर इस सप्ताहांत के दौरान पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई है। हमने ताजमहल परिसर के पास एक त्वरित प्रतिक्रिया दल, वैकल्पिक पार्किंग सुविधाएं, पर्यटक पथ और एक ऑनलाइन सुविधा भी व्यवस्था की है ताकि पर्यटकों को यातायात जाम से बचते हुए ताजमहल तक पहुंचने में मदद मिल सके। शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामलों को रोकने के लिए ‘सांस परीक्षण' किया जाएगा और सड़कों पर किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे।
सरकार द्वारा अनुमोदित टूर गाइड शकील रफीक ने कहा, ‘‘पर्यटकों की संख्या में दिसंबर की शुरुआत से ही वृद्धि की वजह से इन दिनों काम का दबाव बढ़ गया है। मैं मंगलवार को शिकागो से आए पर्यटकों के साथ ताजमहल गया था। पर्यटकों की खासी भीड़ के कारण हमें मुख्य मकबरे में प्रवेश करने में बहुत वक्त लग गया।''
पर्यटकों में से 10 प्रतिशत ही विदेशी पर्यटक
‘टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा' के अध्यक्ष राजीव सक्सेना ने कहा, ‘‘आगरा में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होना शहर के पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में स्थायी आकर्षण का सुबूत है। आगरा में आने वाले पर्यटकों में से सिर्फ 10 प्रतिशत ही विदेशी होते हैं। मगर आगरा भारत के पर्यटन क्षेत्र में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में फल-फूल सकता है और फिर से एक पसंदीदा वैश्विक पर्यटन स्थल बन सकता है।''
घरेलू पर्यटकों से होटल मालिकों को कोई मदद नहीं
हालांकि, आगरा में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने कहा, ‘‘घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि से होटल मालिकों को कोई मदद नहीं मिलेगी, क्योंकि अधिकांश पर्यटक ताजमहल और शहर का दौरा करने के बाद उसी दिन आगरा से चले जाते हैं।'' वाधवा ने कहा, ‘‘आगरा में पर्यटकों के रात्रि विश्राम के लिए रात्रि में मनोरंजक गतिविधियां होनी चाहिए। यमुना नदी पर एक बैराज और नदी किनारे एक चौपाटी बनाया जाना चाहिए। नदी का जलस्तर बढ़ने से जल क्रीड़ा गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।''