Edited By Rohini Oberoi,Updated: 16 Jan, 2025 08:41 AM
ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस (BI) की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार अगले तीन से पांच वर्षों में वैश्विक बैंकों में कर्मचारियों की संख्या में औसतन 3% की कमी हो सकती है जिससे लगभग 2 लाख नौकरियाँ प्रभावित होंगी।
नेशनल डेस्क। ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस (BI) की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार अगले तीन से पांच वर्षों में वैश्विक बैंकों में कर्मचारियों की संख्या में औसतन 3% की कमी हो सकती है जिससे लगभग 2 लाख नौकरियाँ प्रभावित होंगी।
किन क्षेत्रों में होंगी नौकरियों में कटौती?
AI के बढ़ते उपयोग से विशेषकर निम्नलिखित क्षेत्रों में नौकरियाँ प्रभावित हो सकती हैं:
➤ बैक-ऑफिस संचालन: डेटा एंट्री और प्रोसेसिंग जैसे नियमित कार्यों में स्वचालन बढ़ेगा।
➤ मध्य कार्यालय: अनुपालन (compliance) और लेनदेन निपटान (trade settlement) जैसी भूमिकाएँ स्वचालित हो सकती हैं।
➤ ग्राहक सेवा: AI बॉट्स के माध्यम से ग्राहक सहायता प्रदान की जा रही है जिससे मानव कर्मचारियों की आवश्यकता कम हो रही है।
➤ केवाईसी प्रक्रियाएँ: 'अपने ग्राहक को जानें' (Know Your Customer) संबंधी कार्यों में भी स्वचालन का प्रभाव देखा जा सकता है।
AI के उपयोग से बैंकों को होगा लाभ
हालांकि नौकरियों में कटौती की संभावना है लेकिन AI के उपयोग से बैंकों के मुनाफे में वृद्धि की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार 2027 तक बैंकों के प्री-टैक्स मुनाफे में 12% से 17% तक की वृद्धि हो सकती है जिससे उद्योग को लगभग 180 अरब डॉलर (लगभग 15,000 अरब रुपये) का लाभ होगा।
कार्यबल में होगा बदलाव
AI के आगमन से सभी नौकरियाँ समाप्त नहीं होंगी बल्कि कार्यबल में बदलाव आएगा। कर्मचारियों को नई भूमिकाओं और कौशलों के साथ तालमेल बिठाना होगा जिसमें रचनात्मकता, समस्या-समाधान और AI निगरानी जैसी क्षमताएँ महत्वपूर्ण होंगी।
बैंकिंग क्षेत्र के लिए भविष्य की दिशा
AI के समावेश से बैंकिंग क्षेत्र में दक्षता और लागत में कमी आएगी। हालांकि संगठनों को निम्नलिखित कदम उठाने की आवश्यकता होगी:
➤ कर्मचारियों के कौशल उन्नयन में निवेश: नए तकनीकी कौशल सिखाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
➤ हाइब्रिड कार्यबल मॉडल अपनाना: मानव विशेषज्ञता और AI क्षमताओं का संयोजन करना।
इस प्रकार AI के साथ बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव आ रहा है जहाँ नियमित कार्य स्वचालित होंगे लेकिन मानव संसाधन की भूमिका भी महत्वपूर्ण बनी रहेगी।