Edited By Rahul Rana,Updated: 18 Mar, 2025 05:14 PM

योग और आयुर्वेद के फायदे को एक बार फिर वैज्ञानिकों ने सराहा है। (AIIMS) के सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव मेडिसिन रिसर्च (CIMR) में हुए शोध में यह सामने आया है कि कई गंभीर बीमारियों के इलाज में योग और आयुर्वेद कारगर साबित हो सकते हैं। हार्ट अटैक, स्ट्रोक,...
नेशनल डेस्क: योग और आयुर्वेद के फायदे को एक बार फिर वैज्ञानिकों ने सराहा है। (AIIMS) के सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव मेडिसिन रिसर्च (CIMR) में हुए शोध में यह सामने आया है कि कई गंभीर बीमारियों के इलाज में योग और आयुर्वेद कारगर साबित हो सकते हैं। हार्ट अटैक, स्ट्रोक, माइग्रेन, डायबिटीज और नींद की समस्या जैसी बीमारियों पर इनका सकारात्मक असर देखा गया है। शोध की अगुआई कर रहे एम्स के हृदय रोग विशेषज्ञ और CIMR के संस्थापक डॉ. गौतम शर्मा ने बताया कि इस रिसर्च में 28 से ज्यादा वैज्ञानिक शोधपत्र प्रकाशित किए गए हैं। इन अध्ययनों में यह साबित हुआ कि योग और आयुर्वेदिक तकनीकों से शरीर को प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रखा जा सकता है।
डॉ गौतम शर्मा ने कहा कि योग सिर्फ एक्सरसाइज नहीं, बल्कि यह जीवनशैली को बदलने का तरीका है। सही योगासन और प्राणायाम से कई पुरानी बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। शोध में यह भी पाया गया कि हर बीमारी के लिए अलग योग तकनीक जरूरी होती है. जैसे, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को कुछ विशेष योगासन नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए सही योग करने की आवश्यकता है. वहीं, अनिद्रा यानी नींद न आने की समस्या में प्राणायाम और ध्यान से जबरदस्त सुधार होता है।
योग नवर्स सिस्टम को करता है मजबूत
शोध में यह भी साबित हुआ कि योग का सीधा असर हमारे शरीर के स्वायत्त तंत्रिका तंत्र पर पड़ता है। यह तंत्रिका तंत्र ही हार्ट बीट, डाइजेशन और तनाव को कंट्रोल करता है। योग और प्राणायाम से इस सिस्टम की कार्यक्षमता बढ़ती है और व्यक्ति ज्यादा स्वस्थ महसूस करता है।
सम्मेलन में दुनियाभर के 400 विशेषज्ञों ने की चर्चा
यह रिसर्च हाल ही में “एडवांस इन इंटीग्रेटिव मेडिसिन” (AIM) सम्मेलन में पेश किया गया, जिसमें 400 से ज्यादा आयुष और मॉडर्न मेडिकल साइंस के डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. इस दौरान वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने मिलकर पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा के तालमेल पर चर्चा की।
बीमारियों की जड़ से खत्म करने में योग कारगर
शोध के नतीजे यह बताते हैं कि योग और आयुर्वेदिक उपचार को गंभीर बीमारियों के इलाज में शामिल किया जाना चाहिए. जहां आधुनिक दवाओं की अपनी सीमाएं हैं, वहीं योग और आयुर्वेद बीमारी की जड़ तक पहुंचकर इलाज करते हैं. डॉ. शर्मा ने कहा कि योग और आयुर्वेद से हर व्यक्ति को जुड़ना चाहिए, क्योंकि यह बिना साइड इफेक्ट के शरीर को स्वस्थ रखता है।