Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Feb, 2025 12:08 PM

हाल ही में एयरो इंडिया 2025 में भारतीय वायुसेना के प्रमुख, एयर चीफ मार्शल (ACM) एपी सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के प्रति असंतोष और अविश्वास का इज़हार किया। इस वीडियो में एसीएम सिंह...
नेशनल डेस्क: हाल ही में एयरो इंडिया 2025 में भारतीय वायुसेना के प्रमुख, एयर चीफ मार्शल (ACM) एपी सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के प्रति असंतोष और अविश्वास का इज़हार किया। इस वीडियो में एसीएम सिंह ने HAL की कार्यप्रणाली और लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में हो रही देरी पर चिंता जताई। वायुसेना प्रमुख ने खुलकर कहा, "इस समय मुझे HAL पर कोई भरोसा नहीं है, जो एक अच्छी स्थिति नहीं है।"
वायुसेना की बढ़ती चिंताएं
एसीएम सिंह की यह टिप्पणी उन बढ़ती चिंताओं का हिस्सा है जो भारतीय वायुसेना के द्वारा HAL की क्षमता पर उठाई जा रही हैं। खासतौर पर हल्के लड़ाकू विमान (LCA) के विभिन्न संस्करणों की डिलीवरी में हो रही देरी के कारण वायुसेना की ताकत खतरे में पड़ती जा रही है। भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में घटती संख्या में लड़ाकू विमानों का बेड़ा है, और इस स्थिति में नई डिलीवरी का इंतजार वायुसेना के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
LCA Mk-1A का महत्व
भारतीय वायुसेना ने 83 उन्नत LCA Mk-1A विमानों का आदेश दिया है, जिनका उद्देश्य पुराने लड़ाकू विमानों की जगह लेना है। ये विमान भारतीय वायुसेना के लिए भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। लेकिन LCA Mk-1A विमानों की डिलीवरी में लगातार देरी हो रही है, और यह स्थिति भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता को प्रभावित कर रही है।
एसीएम सिंह की चिंताएं
वायुसेना प्रमुख ने HAL के अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान भी यह स्पष्ट किया कि उनकी चिंता इस बात से जुड़ी है कि HAL में वायुसेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक तत्परता की कमी दिखाई दे रही है। एसीएम सिंह ने कहा, "हमने एचएएल में भी काम किया है, लेकिन मुझे लगता है कि हम मिशन मोड में नहीं हैं।" उनका यह बयान इस ओर इशारा करता है कि HAL को अपने उत्पादन और डिलीवरी प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत है।
HAL की प्रतिक्रिया
HAL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डीके सुनील ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी और वायुसेना प्रमुख की आशंका को स्वीकार किया। सुनील ने कहा कि डिलीवरी में हो रही देरी का मुख्य कारण इंजनों की उपलब्धता है। उनका कहना था, "हमने अब वादा किया है कि Mk-1A की सभी संरचनाएं तैयार होंगी और इंजन उपलब्ध होते ही हम उत्पादन शुरू करेंगे।" इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि HAL लगातार इस समस्या को हल करने और उत्पादन प्रक्रिया को तेज़ करने के लिए काम कर रहा है।