Edited By Tanuja,Updated: 27 Jan, 2025 01:04 PM
एयर इंडिया की मुंबई से दुबई जाने वाली फ्लाइट AI-909 में यात्रियों के साथ हुई परेशानी ने सभी को झकझोर कर रख दिया। उड़ान में तकनीकी खराबी के चलते यात्रियों को पांच ...
International Desk: एयर इंडिया की मुंबई से दुबई जाने वाली फ्लाइट AI-909 में यात्रियों के साथ हुई परेशानी ने सभी को झकझोर कर रख दिया। उड़ान में तकनीकी खराबी के चलते यात्रियों को पांच घंटे तक विमान के भीतर कैद रखा गया, वह भी बिना एयर कंडीशनिंग के। इस दौरान कई यात्रियों को घुटन और पैनिक अटैक का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने आरोप लगाया कि कैप्टन ने इस पूरी स्थिति में कोई सक्रिय भूमिका नहीं निभाई। उन्होंने यात्रियों से बात तक नहीं की।
घटना 26 जनवरी की है। फ्लाइट सुबह 8:25 बजे मुंबई से दुबई के लिए उड़ान भरने वाली थी। यात्रियों ने समय पर बोर्डिंग कर ली, लेकिन विमान में तकनीकी खराबी के कारण यह उड़ान नहीं भर सकी। यात्रियों को केबिन में बंद कर दिया गया, और एयर कंडीशनिंग भी बंद रही। बढ़ते तापमान और हवा की कमी से स्थिति और खराब हो गई। आखिरकार फ्लाइट ने शाम 5:10 बजे उड़ान भरी और दुबई में 6:29 बजे (जीएसटी) लैंड की। जैसे-जैसे समय बीतता गया, केबिन के अंदर स्थिति खराब होती गई। कई यात्रियों ने सांस लेने में कठिनाई और घुटन की शिकायत की। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि लोग दरवाजे पीटने और चिल्लाने लगे। कुछ वीडियो में यात्री केबिन क्रू पर चिल्लाते और गेट खोलने की मांग करते नजर आए।
एक यात्री ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "सुबह 8:25 बजे उड़ान भरने वाली फ्लाइट में हमें बिना एयर कंडीशनिंग के पांच घंटे तक बंद रखा गया। बच्चे और बुजुर्ग यात्री सबसे ज्यादा परेशान हुए, लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की।" घटना के बाद सोशल मीडिया पर एयर इंडिया के खिलाफ नाराजगी की लहर दौड़ गई। एक यात्री ने लिखा, "टाटा ग्रुप जैसी प्रतिष्ठित कंपनी से इस तरह की उम्मीद नहीं थी। यह अनुभव वाकई निराशाजनक था।" अब तक एयर इंडिया की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।