Edited By Mahima,Updated: 21 Sep, 2024 10:26 AM
एयर इंडिया ने एक यात्री को $6,300 का किराया वापस किया, जिसने शिकागो-दिल्ली उड़ान में "सबसे खराब प्रथम श्रेणी" का अनुभव किया। यात्री ने सीटों की गंदगी, बंद इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट, और सीमित खाद्य विकल्पों की शिकायत की। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने...
नेशनल डेस्क: हाल ही में एयर इंडिया ने एक यात्री को किराया वापस किया, जिसे एयरलाइन की शिकागो-दिल्ली फ्लाइट में "सबसे खराब प्रथम श्रेणी" का अनुभव हुआ। इस यात्री ने $6,300 का एकतरफा टिकट खरीदा था, लेकिन उड़ान के दौरान कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा, जो न केवल उसके लिए बल्कि एयरलाइन की सेवा मानकों के लिए भी चिंता का विषय बन गई हैं।
अनुभव साझा करते हुए बताया कि...
यात्री, अनिप पटेल, जो शिकागो स्थित VC फर्म CaPatel Investments के संस्थापक हैं, ने अपनी यात्रा का अनुभव साझा करते हुए बताया कि 15 घंटे की इस लंबी उड़ान के दौरान उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि सीटों और कालीन पर दाग-धब्बे थे, जिससे यह स्पष्ट था कि विमान की सफाई का उचित ध्यान नहीं रखा गया था। उड़ान के दौरान इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट (IFE) प्रणाली भी काम नहीं कर रही थी, जिससे यात्री को मनोरंजन के बिना लंबा समय बिताना पड़ा। इसके अलावा, मेनू में लगभग 30% खाद्य विकल्प उपलब्ध नहीं थे, जो इस बात का संकेत है कि एयरलाइन ने अपने भोजन प्रबंधन में भी कमी रखी है। पटेल ने इस अनुभव को बेहद निराशाजनक बताया और कहा, "मैंने पहले भी एयर इंडिया के बारे में नकारात्मक बातें सुनी थीं, लेकिन नए प्रबंधन के तहत मुझे उम्मीद थी कि अनुभव बेहतर होगा। दुर्भाग्य से, ऐसा नहीं हुआ।"
क्या रही सोशल मीडिया की भूमिका
अनिप पटेल ने अपने अनुभव का एक वीडियो बनाया और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, जो वायरल हो गया। उनके इस वीडियो को हज़ारों लोगों ने देखा और प्रतिक्रिया दी। इसमें उन्होंने कहा, "यह कहना भी अकल्पनीय है कि प्रथम श्रेणी की सेवा इस हद तक खराब हो सकती है।" उन्होंने एयर इंडिया को अपनी यात्रा के बारे में कोई औपचारिक शिकायत नहीं की, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी वीडियो पोस्ट के बाद एयरलाइन ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। एयर इंडिया ने उन्हें कॉल किया और उनकी पूरी उड़ान का किराया वापस कर दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि एयरलाइन ने ग्राहक संतोष को प्राथमिकता दी है। पटेल ने कहा, "उन्होंने इसे ठीक कर दिया, और यह ध्यान देने योग्य है।"
यात्रियों की बढ़ती शिकायतें
यह घटना एयर इंडिया के लिए एक चेतावनी है। पिछले कुछ समय से, कई यात्रियों ने एयर इंडिया की सेवाओं को लेकर असंतोष व्यक्त किया है, खासकर उन यात्रियों से जो पुराने वाइडबॉडी विमानों का उपयोग कर रहे हैं। ये विमान सुधार की ज़रूरत में हैं और वर्तमान में, यात्रियों को असंतोषजनक अनुभवों का सामना करना पड़ रहा है।
टाटा समूह का नवीनीकरण कार्यक्रम
टाटा समूह ने जनवरी 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया, जिसके बाद एयरलाइन ने अपने बेड़े के नवीनीकरण की प्रक्रिया शुरू की। टाटा समूह को एक जीर्ण-शीर्ण बेड़ा विरासत में मिला था, जिसने पिछले वर्षों में कोई महत्वपूर्ण रखरखाव या नवीनीकरण नहीं देखा था। इस दौरान, कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक आपूर्ति शृंखला में भी समस्याएं आईं, जिसने नवीनीकरण प्रक्रिया को और अधिक जटिल बना दिया। हाल ही में, एयर इंडिया ने 27 एयरबस A320neos और 40 वाइडबॉडी बोइंग (777 और 787) विमानों के लिए $400 मिलियन के नवीनीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की। पहले चरण में एयरबस विमानों का नवीनीकरण किया जाएगा, जिसके बाद बोइंग विमानों की बारी आएगी। इस प्रक्रिया के तहत नई सीटें, कालीन, पर्दे, और आधुनिक केबिन सुविधाएं शामिल की जाएंगी। हालांकि एयर इंडिया ने इस विवाद का समाधान करते हुए यात्री को उसका किराया वापस कर दिया है, लेकिन यात्रियों को बेहतर अनुभव के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। एयरलाइन को अपने पुराने विमानों की स्थिति और सेवाओं में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में यात्रियों को इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े। इससे न केवल एयर इंडिया की छवि में सुधार होगा, बल्कि यह यात्रियों की संतुष्टि को भी बढ़ाएगा।