Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Nov, 2024 03:05 PM
राजस्थान के अलवर के खैरथल-तिजारा जिले में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए विशेष कदम उठाए हैं। जिला कलेक्टर किशोर कुमार के निर्देश पर जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 1 से 5...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के अलवर के खैरथल-तिजारा जिले में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए विशेष कदम उठाए हैं। जिला कलेक्टर किशोर कुमार के निर्देश पर जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए 20 से 23 नवंबर तक या अगले आदेश तक अवकाश घोषित किया गया है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रशासन की पहल
प्रदूषण की समस्या को कम करने के लिए प्रशासन ने सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है, ताकि धूल के कण हवा में न फैलें। इसके साथ ही, शहर में स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो वायु में मौजूद जहरीले कणों को कम करने में मदद करती है।
ऑनलाइन शिक्षा पर जोर
अवकाश के दौरान छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षकों को ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में गिरता तापमान और धीमी हवा की गति वायुमंडल में प्रदूषण के कणों को स्थिर कर देती है, जिससे वायु की गुणवत्ता और खराब हो जाती है। मंगलवार को बहरोड़ का AQI 350 और भिवाड़ी का AQI 348 दर्ज किया गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है।
नागरिकों के लिए प्रशासन की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बेहद जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें और बाहर जाने पर मास्क का उपयोग करें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता
प्रदूषण के गंभीर प्रभावों को देखते हुए यह कदम बच्चों की सेहत और जिले में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए अन्य उपायों पर भी काम तेज कर दिया है।