Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Nov, 2024 02:43 PM
दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में वायु गुणवत्ता बेहद खराब है। इस बीच, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सैटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से पंजाब और हरियाणा में भीषण आग लगने की घटनाओं का पता लगाया है, जो वायु प्रदूषण में और इजाफा कर रहे हैं। विशेष रूप...
नेशनल डेस्क: दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में वायु गुणवत्ता बेहद खराब है। इस बीच, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सैटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से पंजाब और हरियाणा में भीषण आग लगने की घटनाओं का पता लगाया है, जो वायु प्रदूषण में और इजाफा कर रहे हैं। विशेष रूप से, दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के प्रमुख कारणों में पराली जलाना शामिल है, जिसे नियंत्रित करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन फिर भी इस साल भी ऐसी घटनाएं आम हैं।
पंजाब और हरियाणा में आग की घटनाएं, प्रदूषण की गंभीर स्थिति नासा के लाइव फायर मैप के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण के चरम स्तर के बीच पंजाब और हरियाणा में भीषण आग की घटनाएं दिखाई दे रही हैं। ये घटनाएं उत्तर भारत और पाकिस्तान में वायु प्रदूषण बढ़ाने का कारण बन रही हैं। हर साल की तरह, इस साल भी अक्टूबर के अंत और नवंबर के पहले सप्ताह में नासा के उपग्रहों ने सिंधु-गंगा मैदान में आग और धुएं के गुबार का पता लगाया है। पंजाब के किसान फसल अवशेषों को जलाकर खेतों को तैयार करते हैं, जो प्रदूषण का बड़ा कारण बनता है, हालांकि यह एक सस्ता तरीका होता है।
दिल्ली में AQI स्तर में भारी वृद्धि, कई स्थानों पर 400 के पार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह 6 बजे तक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 349 तक पहुंच चुका था। गाजियाबाद में 276, ग्रेटर नोएडा में 289 और नोएडा में 269 AQI दर्ज किया गया है। दिल्ली के आया नगर में AQI स्तर सबसे अधिक 406 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली के अधिकांश इलाकों में सुबह तक AQI 300 से 400 के बीच बना हुआ था।
स्मॉग की घनी चादर, तापमान में गिरावट की संभावना दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में बुधवार सुबह स्मॉग की घनी चादर देखने को मिली। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में धुंध की चादर और कम सूर्य की रोशनी के कारण तापमान में गिरावट हो सकती है। एनसीआर के निवासी इस दौरान और भी अधिक प्रदूषण और धुंध का सामना कर सकते हैं।