Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 24 Apr, 2025 12:08 PM
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। एक बार फिर आतंकियों ने अपनी कायरता का परिचय दिया और अमन के संदेश को चोट पहुंचाई।
नेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। एक बार फिर आतंकियों ने अपनी कायरता का परिचय दिया और अमन के संदेश को चोट पहुंचाई। इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर है, वहीं घाटी से भी एकजुटता और शांति का संदेश सामने आया है। पहलगाम हमले के बाद जम्मू कश्मीर की कई मस्जिदों से आतंकियों की इस हरकत के खिलाफ आवाज उठी। खासकर भलेसा की जामा मस्जिद से लाउडस्पीकर पर ऐलान हुआ – “पर्यटकों पर हमला करना निंदनीय है, ये बुजदिलाना हरकत है और इसकी हम कड़ी मजम्मत करते हैं।” यह पहली बार है जब कश्मीर की मस्जिदों से सार्वजनिक तौर पर आतंकी हमले की इतनी स्पष्ट निंदा की गई हो। यह स्थानीय लोगों के बदलते नजरिए और अमन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सड़कों पर उतरे लोग, कैंडल मार्च और नारेबाजी
पहलगाम की दर्दनाक घटना के विरोध में जम्मू कश्मीर के लोग सड़कों पर उतर आए। जगह-जगह कैंडल मार्च निकाला गया और आतंकियों के खिलाफ जोरदार नारे लगाए गए। युवाओं ने शांति और मानवता के समर्थन में एकजुट होकर यह संदेश दिया कि कश्मीर अब आतंक का समर्थन नहीं करेगा। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी विरोध में भाग लिया और पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता दिखाई।
प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में सीसीएस बैठक
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आपातकालीन कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक बुलाई। इसमें पाकिस्तान को लेकर कड़े फैसले लिए गए हैं। भारत ने तय किया है कि अटारी बॉर्डर को अस्थायी रूप से बंद किया जाएगा और पाकिस्तान से आने-जाने वाली गतिविधियों पर सख्ती की जाएगी।
पाकिस्तान को सख्त संदेश
भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइज को तलब किया और उन्हें कड़ी फटकार लगाई गई। साथ ही, पाकिस्तान के रक्षा, नौसेना और वायुसेना के सलाहकारों को "पर्सोना नॉन ग्रेटा" घोषित करते हुए भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इन्हें 7 दिन के अंदर देश छोड़ने के लिए कहा गया है। इसके अलावा, भारत ने इस्लामाबाद में तैनात अपने सैन्य अधिकारियों को भी वापस बुलाने का फैसला किया है।
भारत अब आतंक के खिलाफ और सख्त रुख अपनाने के मूड में है। सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और पहलगाम समेत पूरे जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की रणनीति भी तेज हो गई है।