Edited By Radhika,Updated: 22 Feb, 2025 12:43 PM
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महाकुंभ का अंतिम दौर जारी है और प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी है। कई लोग पवित्र स्नान के लिए पहुंचने में परेशान हैं, लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अजीब वीडियो वायरल हो रहा है।
नेशनल डेस्क: महाकुंभ का अंतिम दौर जारी है और प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी है। कई लोग पवित्र स्नान के लिए पहुंचने में परेशान हैं, लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अजीब वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में 'डिजिटल स्नान' का दावा किया जा रहा है, जिससे लोग बिना प्रयागराज आए भी कुंभ स्नान का लाभ उठा सकते हैं।
कैसे होता है ‘डिजिटल स्नान’?
इस वीडियो में दीपक गोयल नाम का व्यक्ति खुद को प्रयागराज का बताते हुए दावा करता है कि वह श्रद्धालुओं को 'डिजिटल स्नान' कराता है। इसके लिए श्रद्धालु अपनी पासपोर्ट साइज तस्वीरें व्हाट्सएप पर भेजते हैं। दीपक उन तस्वीरों का प्रिंटआउट निकालकर संगम में प्रतीकात्मक स्नान कराता है। इसके बदले में वह 1100 रुपये चार्ज करता है। इस तरह से श्रद्धालु बिना प्रयागराज पहुंचे भी स्नान का पुण्य कमा सकते हैं।
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क्या सच में मिलता है पुण्य?
वायरल वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। कुछ लोगों ने इसे श्रद्धा से जुड़ी भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया, तो कुछ ने सवाल किया कि क्या वाकई ऐसा करने से स्नान का फल मिलेगा? कुछ ने इसे पैसे कमाने का तरीका करार दिया और इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई। वहीं दीपक ने दावा किया कि अब तक 12,000 लोग इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं।
500 रुपए में 'डिजिटल गंगा स्नान':
सोशल मीडिया पर एक पोस्टर भी वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि श्रद्धालु बिना प्रयागराज गए ही 500 रुपए में गंगा स्नान कर सकते हैं। इसके लिए बस अपनी फोटो व्हाट्सएप पर भेजनी होती है, और वह तस्वीर गंगा में प्रवाहित कर दी जाती है, जिससे पुण्य उनके खाते में दर्ज हो जाता है।
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क्या यह वाकई श्रद्धा का अपमान है?
धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले इस वीडियो और सेवा पर अब तक विवाद छिड़ चुका है। जहां कुछ लोग इसे मजाक समझ रहे हैं, वहीं कुछ इसे एक नए और आधुनिक तरीके से श्रद्धा की अभिव्यक्ति मान रहे हैं।