Edited By Mahima,Updated: 27 Jun, 2024 08:49 AM
अमेजन इंडिया ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अपने गोदाम में कार्यस्थल सुरक्षा संबंधी चूक की बात स्वीकार की है। केंद्रीय श्रम आयुक्त को दिए गए अपने पत्र में कंपनी ने स्वीकार किया कि बीते 16 मई को मानेसर गोदाम में कार्यस्थल सुरक्षा मानकों का उल्लंघन...
नेशनल डेस्क: अमेजन इंडिया ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अपने गोदाम में कार्यस्थल सुरक्षा संबंधी चूक की बात स्वीकार की है। केंद्रीय श्रम आयुक्त को दिए गए अपने पत्र में कंपनी ने स्वीकार किया कि बीते 16 मई को मानेसर गोदाम में कार्यस्थल सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ था और सरकार को त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। बता दें कि अमेजन इंडिया में ऐसी शिकायतें आ रही थी कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों को यह शपथ लेने के लिए मजबूर किया था कि वे लक्ष्य हासिल करने के लिए शौचालय का उपयोग नहीं करेंगे और पानी पीने से भी परहेज करेंगे, यानी उन्हें ब्रेक पर न जाने के लिए भी संकेत दिए गए थे।
एक कर्मचारी की थी गलती
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय श्रम मंत्रालय के प्रश्न के उत्तर में अमेजन इंडिया ने कहा कि इमारत में मौजूद एक कर्मचारी ने दो बार ब्रेक लेने के बाद कर्मचारियों और सहयोगियों के एक छोटे समूह को इस तरह की शपथ यह सोच कर दिलाई थी कि यह टीम के लिए प्रेरणात्मक अभ्यास होगा। सरकार को सौंपे गए पत्र में कंपनी ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और अलग-थलग घटना थी, और हमारे कार्यस्थल सुरक्षा मानकों का स्पष्ट उल्लंघन था। इसने कहा कि इस कर्मचारी के खिलाफ त्वरित अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने का भी वादा
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेजन ने श्रम मंत्रालय के साथ बैठक की मांग की थी और श्रम सचिव सुमिता डावरा ने 21 जून को सार्वजनिक नीति और मानव संसाधन से जुड़े अमेजन के अधिकारियों से मुलाकात की थी। डावरा ने ई-कॉमर्स दिग्गज के मानेसर गोदाम में कथित अनुचित व्यावसायिक सुरक्षा और काम करने की स्थितियों पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी थी। कंपनी ने सरकार को आश्वस्त किया है कि वह अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती है।
अमेजन इंडिया ने कहा कि उसने अपनी बैठने की क्षमता बढ़ाने और रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने मेडिकल रूम में एक महिला नर्स को तैनात करने के बारे में सरकार के सुझाव पर ध्यान दिया है। इसके मानेसर सुविधा में 1842 कर्मचारी हैं, जिनमें से 1174 पुरुष, 630 महिलाएं और 20 ट्रांसजेंडर हैं।