Edited By Mahima,Updated: 14 Nov, 2024 09:21 AM
महाराष्ट्र के जलगांव में एक एंबुलेंस में आग लगने से बड़ा हादसा टल गया। गर्भवती महिला और उसके परिवार को ड्राइवर की सूझबूझ से सुरक्षित बाहर निकाला गया। बाद में एंबुलेंस में रखा ऑक्सीजन सिलेंडर धमाके से फट गया, जिससे आसपास के घरों की खिड़कियां टूट गईं।...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार रात एक भीषण हादसा होते-होते रह गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक एंबुलेंस में अचानक आग लग गई, जिससे उसमें रखा ऑक्सीजन सिलेंडर धमाके के साथ फट गया और एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए। इस धमाके का प्रभाव इतना जोरदार था कि आसपास के घरों की खिड़कियां तक टूट गईं। हालांकि, ड्राइवर की सूझबूझ और तत्परता के कारण गर्भवती महिला और उसके परिवार के लोग बाल-बाल बच गए।
ड्राइवर की सतर्कता
जानकारी के अनुसार, यह घटना जलगांव के दादा वाड़ी इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक फ्लाईओवर पर हुई। एंबुलेंस गर्भवती महिला को लेकर एंरडोल सरकारी अस्पताल जा रही थी। जैसे ही एंबुलेंस फ्लाईओवर के पास पहुंची, अचानक उसके इंजन से धुआं निकलने लगा। ड्राइवर ने तुरंत यह महसूस किया कि कुछ गड़बड़ है, और उसने एंबुलेंस को रोक दिया। इसके बाद, ड्राइवर ने पूरी सतर्कता के साथ गर्भवती महिला और उसके परिवार के सदस्यों को बाहर निकाल लिया। इस प्रयास से उनकी जान बच गई।
आग और धमाका
कुछ ही देर बाद, एंबुलेंस में आग लग गई। एक तेज धमाके के साथ एंबुलेंस के भीतर रखा ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। धमाका इतना शक्तिशाली था कि उसकी आवाज़ आसपास के इलाकों में सुनाई दी और आसपास के घरों की खिड़कियां टूट गईं। हादसे के तुरंत बाद मौके पर भारी संख्या में लोग जमा हो गए, लेकिन यह देखकर सबकी सांसे रुक सी गईं कि आग के बावजूद किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोटें नहीं आईं।
ड्राइवर की सूझबूझ
एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि उसने जब इंजन से धुआं निकलते देखा, तो उसने बिना किसी देरी के एंबुलेंस को रोका और सभी को बाहर निकाल लिया। ड्राइवर की तत्परता और सावधानी ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। यदि ड्राइवर सही समय पर एंबुलेंस को नहीं रोकता और महिला और उसके परिजनों को बाहर नहीं निकालता, तो यह हादसा और भी भयावह हो सकता था।
धमाके का असर
धमाके की आवाज इतनी जोरदार थी कि आसपास के घरों की खिड़कियां टूट गईं और कुछ घरों में दरवाजे भी झुक गए। इस घटना ने आसपास के इलाके में खौफ का माहौल पैदा कर दिया। हालांकि, पुलिस और फायर ब्रिगेड ने जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
राहत की खबर
हादसे के बाद राहत की बात यह है कि एंबुलेंस में सवार गर्भवती महिला, उसके परिवार के सदस्य, और एंबुलेंस का ड्राइवर पूरी तरह से सुरक्षित हैं। किसी भी व्यक्ति को चोटें नहीं आईं। दुर्घटना में केवल एंबुलेंस को नुकसान पहुंचा और उसमें रखा सामान जलकर राख हो गया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही जलगांव पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि एंबुलेंस के इंजन में आग लगने की वजह अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी का शक जताया जा रहा है। पुलिस ने एंबुलेंस को जब्त कर लिया है और इसकी गहन जांच की जा रही है। इसके साथ ही, प्रशासन ने सभी एंबुलेंस ऑपरेटरों को चेतावनी दी है कि वे अपनी गाड़ियों की नियमित जांच कराएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
वीडियो में दिखा भयावह मंजर
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एंबुलेंस में आग की लपटें और फिर ऑक्सीजन सिलेंडर का धमाका साफ दिखाई दे रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसमें लोग घटना की भयावहता को देखकर हैरान रह गए।
महाराष्ट्र के जलगांव में हुई इस एंबुलेंस दुर्घटना ने सबको एक बार फिर यह एहसास दिलाया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में सतर्कता और समय पर निर्णय कितना महत्वपूर्ण होता है। ड्राइवर की सूझबूझ के कारण एक बड़ी दुर्घटना से बचा लिया गया और सभी लोग सुरक्षित रहे। इस घटना ने यह भी साबित किया कि तकनीकी खामियों को समय रहते दूर करना कितना आवश्यक है, खासकर एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाओं के लिए, जहां हर सेकंड कीमती होता है।