Edited By Radhika,Updated: 19 Feb, 2025 11:55 AM
अमेरिका ने विदेश जाने की इच्छा रखने वाले भारतीयों को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, अमेरिका में काम करने का सपना देखने वाले भारतीयों के लिए H-1B वीजा सबसे लोकप्रिय वीजा है। H-1B वीजा के लिए लॉटरी सिस्टम होता है और इसकी कीमत 6.1 लाख रुपये तक हो सकती है।
नेशनल डेस्क: अमेरिका ने विदेश जाने की इच्छा रखने वाले भारतीयों को बड़ा झटका दिया है। अमेरिका में काम करने का सपना देखने वाले भारतीयों के लिए H-1B वीजा सबसे लोकप्रिय वीजा है। H-1B वीजा के लिए लॉटरी सिस्टम होता है और इसकी कीमत 6.1 लाख रुपये तक हो सकती है। अब, अमेरिका से अवैध प्रवासियों के निर्वासन के बाद यह और महंगा हो सकता है।
भारतीयों के लिए अमेरिका में पढ़ाई या नौकरी करना काफी महंगा पड़ता है। वीजा के लिए आवेदन करने से लेकर अमेरिका पहुंचने तक कई खर्चे होते हैं। H-1B वीजा के लिए आवेदन की लागत कई चीजों पर निर्भर करती है, जैसे कि नियोक्ता, कंपनी का आकार और प्रीमियम प्रोसेसिंग आदि। इस खर्च की वजह से कई भारतीय इसे अफोर्ड नहीं कर पाते।
इस साल 7 मार्च से H-1B वीजा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, H-1B वीजा के लिए आवेदन की लागत 1,67,830 रुपये (2010 अमेरिकी डॉलर) से लेकर 6,13,140 रुपये (7380 अमेरिकी डॉलर) तक हो सकती है। सामान्य H-1B आवेदन के लिए फीस 38,230 रुपये (460 अमेरिकी डॉलर) है, जो सभी आवेदकों पर लागू होती है। वीजा के लिए आवेदन करते समय यह शुरुआती फीस है।
अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 तक के सेशन के लिए 72% भारतीयों को H-1B वीजा मिला, जबकि केवल 12% चीनी नागरिकों को यह वीजा मिला। इस साल, H-1B वीजा के लिए रजिस्ट्रेशन 7 मार्च 2025 से शुरू होगा और 24 मार्च 2025 तक चलेगा। इसके तहत मिलने वाली नौकरियों का सेशन 1 अक्टूबर 2025 से शुरू होगा, जो पहले 3 साल तक वैलिड रहेगा। इसके बाद, H-1B वीजा पर अमेरिका में रहने की अवधि को 6 साल तक बढ़ाया जा सकता है।

अमेरिका पहुंचने के बाद ग्रीन कार्ड के लिए I-140 फॉर्म भरते हैं और लंबी अवधि तक वहां रहने की प्रक्रिया शुरू होती है। H-1B वीजा के लिए आवेदन फीस के अलावा एंटी-फ्रॉड फीस भी देनी पड़ती है, जो 41,500 रुपये (500 अमेरिकी डॉलर) के बराबर होती है। American Competitiveness and Workforce Improvement Act (ACWIA) फीस वर्कफोर्स ट्रेनिंग के लिए होती है और यह 62,250 रुपये (750 अमेरिकी डॉलर) से लेकर 1,24,500 रुपये (1500 अमेरिकी डॉलर) तक हो सकती है।
अगर एम्पलॉयर के पास 25 से कम कर्मचारी हैं, तो उन्हें 62,250 रुपये (750 अमेरिकी डॉलर) फीस देनी होगी। 25 या उससे अधिक कर्मचारियों वाले एम्पलॉयर को 1,24,500 रुपये (1500 अमेरिकी डॉलर) फीस देनी होगी। वहीं, 50 से अधिक कर्मचारियों वाले एम्पलॉयर को 49,800 रुपये (600 अमेरिकी डॉलर) फीस देनी होगी। कुल मिलाकर, वीजा के लिए आवेदन का खर्च 1,67,830 रुपये (2010 अमेरिकी डॉलर) से लेकर 6,13,140 रुपये (7380 अमेरिकी डॉलर) तक हो सकता है।