Edited By Rahul Rana,Updated: 17 Nov, 2024 04:22 PM
अमेरिका ने भारत को 1,400 से ज्यादा प्राचीन वस्तुएं लौटा दी हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 10 मिलियन डॉलर (लगभग 84.50 करोड़ रुपये) बताई जा रही है। इन वस्तुओं में कुछ महत्वपूर्ण मूर्तियां भी शामिल हैं, जो भारतीय मंदिरों से लूटी गई थीं। इनमें से एक मूर्ति...
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका ने भारत को 1,400 से ज्यादा प्राचीन वस्तुएं लौटा दी हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 10 मिलियन डॉलर (लगभग 84.50 करोड़ रुपये) बताई जा रही है। इन वस्तुओं में कुछ महत्वपूर्ण मूर्तियां भी शामिल हैं, जो भारतीय मंदिरों से लूटी गई थीं। इनमें से एक मूर्ति मध्य प्रदेश से और दूसरी राजस्थान से लूटी गई थी। इन मूर्तियों को भारत में लौटाने का कार्यक्रम न्यूयॉर्क में आयोजित किया गया था, जिसमें भारतीय महावाणिज्य दूतावास के मनीष कुल्हारी और न्यूयॉर्क की सांस्कृतिक संपत्ति, कला और पुरावशेष समूह की प्रमुख एलेक्जेंड्रा डीअर्मास भी मौजूद थीं।
कौन सी मूर्तियां लौटाई?
मध्य प्रदेश की नर्तकी मूर्ति
ये मूर्ति 1980 के दशक की शुरुआत में मध्य प्रदेश के एक मंदिर से लूटी गई थी। इसे लुटेरों ने तस्करी के लिए दो हिस्सों में बांट दिया था और बाद में इसे लंदन से न्यूयॉर्क भेजा गया। 1992 में इसे मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट (Met) में प्रदर्शन के लिए रखा गया था। 2023 में इसे अमेरिका के पुरावशेष यातायात इकाई ने जब्त कर लिया और अब यह भारत को वापस की जा रही है।
राजस्थान की तनेसर माता देवी मूर्ति
यह मूर्ति हरे-भूरे रंग की शिस्ट से बनी है और राजस्थान के तनेसर-महादेवा गांव से लूटी गई थी। इसे 1950 के दशक के अंत में चुराया गया था। यह मूर्ति 1968 तक मैनहट्टन की एक गैलरी में रही और बाद में 1993 में मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट (Met) द्वारा इसे अपने संग्रह में शामिल किया गया। 2022 में यह मूर्ति भी एंटीक ट्रैफिक यूनिट द्वारा जब्त की गई थी और अब भारत को लौटा दी जा रही है।
तस्करी के आरोपियों की गिरफ्तारी
इन मूर्तियों की तस्करी और चोरी के आरोपियों पर जांच की जा रही है। इस मामले में प्रमुख आरोपी सुभाष कपूर जो तमिलनाडु में जेल की सजा काट रहा है और एक अन्य तस्कर नैन्सी वीनर को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। सुभाष कपूर पर कई मूर्तियों की तस्करी का आरोप है और उसने भारतीय मूर्तियों का कारोबार अमेरिका और अन्य देशों में किया था।
30 देशों की 230 मिलियन डॉलर की वस्तुएं बरामद
बयान में कहा गया है कि ब्रैग के कार्यकाल के दौरान ज़िला अटॉर्नी की यूनिट ने 30 से ज़्यादा देशों से चुराई गए 2,100 से ज़्यादा पुरावशेष बरामद किए। इन सबकी कुल क़ीमत लगभग 230 मिलियन डॉलर है। इसमें कहा गया है कि लगभग एक हजार पुरावशेष - जिनमें भारत से लूटे गए और इस साल की शुरुआत में बरामद किए गए 600 से ज़्यादा पुरावशेष शामिल हैं को आने वाले महीनों में वापस भेजा जाएगा।