Edited By rajesh kumar,Updated: 12 Dec, 2024 02:15 PM
विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न नोटिसों पर चर्चा की मांग के बाद हुए हंगामे के बीच राज्यसभा को गुरुवार को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
नेशनल डेस्क: विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न नोटिसों पर चर्चा की मांग के बाद हुए हंगामे के बीच राज्यसभा को गुरुवार को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि आसन की स्वीकार्यता के संबंध में सवाल या आलोचना नहीं की जा सकती और ऐसा करना सदन और सभापति की अवमानना है। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आसन की आलोचना की, यह बहुत आपत्तिजनक और निंदनीय है।
जेपी नड्डा ने कहा, "स्वीकार्यता और अन्य उद्देश्यों के संबंध में आसन से सवाल नहीं किया जा सकता। ऐसा करना सभापति के फैसले पर सवाल नहीं उठाया जा सकता या उसकी आलोचना नहीं की जा सकती, यह सदन और सभापति की अवमानना है। यह बहुत दुखद है कि कल विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जो बहुत वरिष्ठ नेता हैं, ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आसन की आलोचना की। इससे एक गलत परंपरा शुरू हुई है जिसकी सभी को निंदा करनी चाहिए।"
खड़गे के इस आरोप के बारे में कि उन्हें सदन में बोलने का अवसर नहीं दिया जा रहा है, नड्डा ने कहा, ''विपक्ष के नेता को सभापति द्वारा कक्ष में आमंत्रित किया गया है, लेकिन उन्होंने चर्चा में भाग नहीं लिया है।" उन्होंने पिछली बीएसी बैठक में भाग नहीं लिया, इससे पता चलता है कि लोकतंत्र में उनकी कितनी रुचि है।
अध्यक्ष को चीयरलीडर कहा गया- नड्डा
नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से अध्यक्ष को "चीयरलीडर" कहा गया। उन्होंने कहा, "जिस तरह से एक संवैधानिक पद को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है, वह संवैधानिक मूल्यों पर आघात है। भारत के लोग इसे माफ नहीं करेंगे।" उन्होंने कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता द्वारा संसद परिसर में सभापति की कथित नकल का वीडियो बनाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस को न तो संवैधानिक प्रक्रियाओं में रुचि है और न ही उसका सम्मान है।"
सोनिया गांधी और सोरोस के बीच क्या संबंध है?
नड्डा ने कहा कि बुधवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों के प्रमुख मुद्दे से ध्यान भटकाने का प्रयास था। नड्डा ने पूछा, "सोनिया गांधी और सोरोस के बीच क्या संबंध है। देश को अस्थिर करने के लिए वह जो कुछ भी करते हैं, कांग्रेस कठपुतली की तरह उनका अनुसरण करती है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।"
जेपी नड्डा ध्यान भटकाना चाहते हैं- खड़गे
खड़गे ने नड्डा की अवमानना वाली टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा कि वे ध्यान भटकाना चाहते हैं। जब वे बोल रहे थे, तो सभापति ने पूछा कि क्या उन्होंने (खड़गे ने) उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में बुधवार को सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चल सकी।