Edited By Mahima,Updated: 20 Dec, 2024 05:04 PM
अहमदाबाद के एक बुजुर्ग के साथ साइबर ठगों ने लंदन की लड़की के नाम पर 1.29 करोड़ रुपये की ठगी की। ठगों ने उन्हें डराया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का मामला दर्ज कर लिया जाएगा। इस डर के चलते बुजुर्ग ने बैंक अकाउंट डिटेल्स देकर ठगों को...
नेशनल डेस्क: गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक रिटायर्ड कर्मचारी को साइबर ठगों ने बुरी तरह से ठग लिया। 65 वर्षीय बुजुर्ग, जिनका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है, ने शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें लंदन की एक महिला के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी, और उसके बाद एक सुनियोजित साइबर ठगी का शिकार बन गए। इस मामले में ठगों ने 1.29 करोड़ रुपये की रकम ठग ली और बुजुर्ग को जेल भेजने की धमकी दी।
क्या था पूरा मामला?
यह घटना अक्टूबर 2023 की है, जब अहमदाबाद के एक रिटायर्ड कर्मचारी के पास उनकी फेसबुक पर "Nish Williams" नाम की एक महिला से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। बुजुर्ग ने इस रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया और फिर फेसबुक मैसेंजर के जरिए महिला के साथ बातचीत शुरू कर दी। महिला ने दावा किया कि वह लंदन में रहती है और उसके माता-पिता राजस्थान के हैं। इसके बाद, बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा और महिला ने अपना व्हाट्सएप नंबर भी साझा किया। बुजुर्ग और महिला के बीच दोस्ती हो गई, और महिला ने कहा कि वह जल्द ही भारत आने वाली है। महिला ने मार्च 2024 के आसपास बुजुर्ग से कहा कि उसे भारत आने के लिए वीजा मिल गया है। वह जल्द ही भारत आकर उनसे मुलाकात करेगी। लेकिन इस बीच, एक दिन बुजुर्ग के पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें दावा किया गया कि वह दिल्ली एयरपोर्ट से बोल रहे हैं और बुजुर्ग की दोस्त निशा विलियम्स को एयरपोर्ट पर 80,000 ब्रिटिश पाउंड के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। फोन करने वाले ने कहा कि निशा का आरोप है कि यह पाउंड बुजुर्ग ने मंगवाए थे, और इसके साथ मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का मामला दर्ज किया गया है।
साइबर ठगों ने दी गिरफ्तारी की धमकी
फर्जी कॉल करने वालों ने बुजुर्ग को डराते हुए कहा कि यदि वह गिरफ्तारी से बचना चाहते हैं तो उन्हें इस मामले को सुलझाने के लिए 80,000 पाउंड की दोगुनी रकम बैंक ट्रांसफर करनी होगी। बुजुर्ग से कहा गया कि जिस अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करेंगे, वहां उनका नाम रखकर नया बैंक अकाउंट खोला जाएगा और उनका पैसा सुरक्षित रहेगा। इस झांसे में आकर बुजुर्ग ने अपनी सारी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, ईमेल आईडी और बैंक अकाउंट डिटेल्स ठगों को व्हाट्सएप पर भेज दी।
ठगों ने पैसे ट्रांसफर करने को कहा
साइबर ठगों ने बुजुर्ग को यह भी बताया कि जल्द ही उनका अकाउंट स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में खोला जाएगा और तब तक वह जो अकाउंट नंबर देंगे, उसमें पैसे ट्रांसफर करें। इस धोखाधड़ी में बुजुर्ग ने ठगों के बताए गए विभिन्न बैंक अकाउंट्स में कुल 1.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब काफी समय तक कोई संपर्क नहीं हुआ और अज्ञात नंबर से संपर्क बंद हो गया, तब बुजुर्ग को महसूस हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैं।
पुलिस में शिकायत दर्ज
बुजुर्ग ने जब महसूस किया कि उनके साथ धोखा हुआ है, तो उन्होंने अहमदाबाद के आनंदनगर पुलिस स्टेशन में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और ठगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। यह घटना इस बात का सबूत है कि कैसे साइबर ठग किसी भी व्यक्ति को आसानी से अपने जाल में फंसाकर उनकी मेहनत की कमाई लूट सकते हैं। पुलिस ने लोगों को इस तरह के फर्जी कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय:
1. किसी भी अज्ञात व्यक्ति से व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
2. अनजान कॉल्स या मैसेज को नजरअंदाज करें, खासकर जब वे गिरफ्तारी या पैसे ट्रांसफर करने की धमकी देते हों।
3. बैंक या सरकारी अधिकारियों से संपर्क करने से पहले जानकारी को सत्यापित करें।
4. साइबर ठगी के मामले में तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
यह घटना एक चेतावनी है कि साइबर ठगों का जाल हर किसी को फंसाने के लिए तैयार रहता है, और इसके खिलाफ सतर्कता बेहद जरूरी है।