Edited By Harman Kaur,Updated: 08 Feb, 2025 04:51 PM
![and fight among yourselves omar abdullah said on delhi election results](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_16_51_3716672404636-ll.jpg)
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के निर्णायक जीत की ओर बढ़ने के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष किया।
नेशनल डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के निर्णायक जीत की ओर बढ़ने के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष किया।
अब्दुल्ला ने ‘एक्स' पर एक मीम पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘और लड़ो आपस में!'' वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना से उभर रहे रुझानों का जिक्र कर रहे थे, जिसमें भाजपा, आप से आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस लगातार तीसरी बार खाता खोलने में असमर्थ दिख रही है। आप और कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया, जो पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया' का हिस्सा थे।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने भारी बहुमत का आंकड़ा पर कर लिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया हार गए हैं। केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा है, बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल को 3,182 वोटों से हराया है। मनीष सिसोदिया को जंगपुरा सीट से हार मिली है। दूसरी ओर, कालकाजी सीट से AAP की आतिशी ने रमेश बिधूड़ी को हराकर पार्टी की लाज बचा ली है।
AAP के 5 बड़े चेहरे हारे
- अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हारे
- मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट से हार गए
- ग्रेटर कैलाश सीट से सौरभ भारद्वाज हारे
- राजेंद्र नगर सीट से दुर्गेश पाठक हारे
- शकूर बस्ती सीट से सतेंद्र जैन हारे
ये भी पढ़ें....
- दिल्ली में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है, 5 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौटेगी: जयराम रमेश
कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) पर जनमत संग्रह करार दिया और कहा कि लोगों ने ‘‘छल और धोखे'' की राजनीति को अस्वीकार किया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उसका वोट प्रतिशत बढ़ा है तथा उसने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पांच साल बाद कांग्रेस दिल्ली की सत्ता में लौटेगी।