Edited By Parminder Kaur,Updated: 22 Mar, 2025 10:58 AM

प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने हाल ही में एक बयान में कहा कि यदि उन्हें कभी देश का प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है, तो वे तीन महत्वपूर्ण कदम जरूर उठाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है और अगर...
नेशनल डेस्क. प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने हाल ही में एक बयान में कहा कि यदि उन्हें कभी देश का प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है, तो वे तीन महत्वपूर्ण कदम जरूर उठाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है और अगर उनकी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच जाए, तो उन्हें इस बात की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अनिरुद्धाचार्य की सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रियता है और उनका हंसी-मजाक के साथ ज्ञान देने का तरीका बहुत पसंद किया जाता है। आइए जानते हैं कि प्रधानमंत्री बनने पर अनिरुद्धाचार्य कौन से तीन महत्वपूर्ण काम करना चाहेंगे...
1. नदियों को जोड़ना
अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि यदि वे प्रधानमंत्री बनते हैं, तो उनका पहला काम नदियों को आपस में जोड़ना होगा। इसके अनुसार, नदियों के आपसी कनेक्शन से कई फायदे होंगे। खासकर किसानों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा, जिनकी फसलें पानी की कमी के कारण खराब हो जाती हैं। इसके अलावा बाढ़ का खतरा भी कम हो जाएगा, क्योंकि पानी का वितरण बेहतर तरीके से होगा और इससे जमीन में पानी के लिए खुदाई करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सभी नदियों का पानी समुद्र में जाएगा, लेकिन यह लोगों के लिए फायदे का सौदा साबित होगा।
2. शिक्षा प्रणाली में सुधार
अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है, तो वे सबसे पहले शिक्षा प्रणाली पर ध्यान देंगे। उनका मानना है कि चाहे प्रधानमंत्री के बच्चे हों, मुख्यमंत्री के या फिर किसी रिक्शेवाले के बच्चे, सभी को एक ही स्कूल में समान शिक्षा मिलनी चाहिए। इससे समाज में समान अवसर मिलेंगे और हर किसी को अपने सपनों को पूरा करने का मौका मिलेगा। अगर किसी गरीब परिवार का बच्चा IAS बनने का सपना देखता है, लेकिन उसे सही शिक्षा नहीं मिल रही, तो उसकी सफलता की संभावना बहुत कम हो जाती है।
3. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि वे स्वास्थ्य सेवाओं को भी पूरी तरह से बदलेंगे। उनका उद्देश्य है कि चाहे इलाज का खर्च एक रुपये का हो या एक करोड़ का हर किसी को मुफ्त इलाज मिल सके। इसके लिए सरकार को फ्री की बस सेवाएं, सिलेंडर पर सब्सिडी और महिलाओं के लिए दिए जा रहे पैसे को बंद करने का प्रस्ताव दिया। इससे सरकार के खजाने से मिलने वाली राशि का उपयोग बच्चों की शिक्षा और लोगों के स्वास्थ्य के सुधार के लिए किया जा सकेगा।