Edited By Yaspal,Updated: 17 Aug, 2024 05:24 PM
बिहार के भागलपुर जिले में आज सुबह करोड़ों रुपए की लागत से निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानी घाट गंगा पुल का सुपर स्ट्रक्चर अचानक धराशायी हो गया
पटनाः बिहार के भागलपुर जिले में आज सुबह करोड़ों रुपए की लागत से निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानी घाट गंगा पुल का सुपर स्ट्रक्चर अचानक धराशायी हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि निर्माणाधीन सुल्तानगंज -अगुवानी घाट गंगा पुल के पाया संख्या नौ और 10 के बीच का सुपर स्ट्रक्चर (सपोर्ट सिस्टम) एक जोरदार आवाज के साथ शनिवार सुबह गिर गया और गंगा में समा गया। इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस पुल का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि इस हादसे के बाद पुल के निमार्ण कार्य को रोक दिया गया है। कंपनी, राज्य पुल निर्माण निगम के अधिकारी और जिला प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए हैं।
गौरतलब है कि 1710.77 करोड़ रुपए की लागत वाले इस गंगा पुल का निर्माण कार्य 2015 से चल रहा है। वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा इसका शिलान्यास किया गया था। इससे पूर्व वर्ष 2022 में पुल का पाया संख्या पांच और वर्ष 2023 में पाया संख्या नौ,10,11,12 का सुपर स्ट्रक्चर धराशायी हो गया था। इसके बाद इस पुल के चालू होने की अवधि बढ़ती जा रही है। वर्ष 2026 में पुल को चालू करने का समय निर्धारित किया गया है, लेकिन इस हादसे के बाद इसमें भी संशय उत्पन्न हो गया है।
स्थानीय लोगों ने लगाया निष्पक्ष जांच नहीं होने का आरोप
यह पुल इससे पहले भी दो बार गिर चुका है। सबसे पहले यह पुल 30 अप्रैल 2022 को गिरा था। इसके बाद 4 जून 2023 को पुल का एक हिस्सा नदी में गिर गया था। पुल गिरने को लेकर स्थानीय लोगों ने निष्पक्ष जांच नहीं होने का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार की वजह से आए दिन राज्य में पुलों के गिरने की घटना सामने आती रहती है।
राष्ट्रीय जनता दल ने CM पर बोला हमला
पुल गिरने के मामले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने सरकार पर हमला बोला है। राष्ट्रीय जनता दल के एक्स से किए गए पोस्ट में लिखा गया कि चुनाव पूर्व आनन-फानन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिलान्यास किया गया। करोड़ से अधिक की लागत से वर्षों से निर्माणाधीन पुल ने तीसरी बार गिरकर हैट्रिक बनाई। अप्रैल में हवा के झोंके से भी यह पुल गिरा था, अब पानी के झोंके से गिरा। नीतीश कुमार कथित रूप से इतने ईमानदार हैं कि पुल इतने साल में नहीं बन पाया और तीन बार गिर गया। बेचारे 𝐂𝐌 इसका दोष सृष्टि और 𝟐𝟎𝟎𝟓 से पूर्व की अपनी दृष्टि को देकर सुशासन बाबू बन सकते है।