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एप्पल भारत में अपने iPhone उत्पादन में तेजी से कर रहा वृद्धि, जल्द ही चीन के साथ करेगा इसकी बराबरी

Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Dec, 2024 02:21 PM

apple is rapidly increasing its iphone production in india

एप्पल भारत में अपने iPhone उत्पादन में तेजी से वृद्धि कर रहा है और विशेषज्ञों का कहना है कि भारत जल्द ही चीन के साथ इसकी बराबरी कर सकता है। हालांकि भारत में एप्पल के लिए वैश्विक राजस्व में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अभी काफी समय लगेगा क्योंकि...

नॅशनल डेस्क। एप्पल भारत में अपने iPhone उत्पादन में तेजी से वृद्धि कर रहा है और विशेषज्ञों का कहना है कि भारत जल्द ही चीन के साथ इसकी बराबरी कर सकता है। हालांकि भारत में एप्पल के लिए वैश्विक राजस्व में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अभी काफी समय लगेगा क्योंकि भारत का उपभोक्ता बाजार मूल्य संवेदनशील है और प्रति व्यक्ति आय कम है।

2024 में भारत में एप्पल का राजस्व

एप्पल ने 2024 के वित्तीय वर्ष (FY24) में भारत से 8 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड राजस्व दर्ज किया। हालांकि यह एप्पल के कुल वैश्विक राजस्व ($391 बिलियन) का सिर्फ 2% से थोड़ा ज्यादा है। इसके मुकाबले चीन (ग्रेटर चाइना) से एप्पल का राजस्व 66.95 बिलियन डॉलर था जो कुल राजस्व का लगभग 17% था। उद्योग के विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2026 तक भारत का राजस्व 11 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।

भारत में iPhone उत्पादन

2024 में, मेड-इन-इंडिया iPhones ने एप्पल की कुल उत्पादन क्षमता का 14-15% योगदान किया। 2027 तक यह आंकड़ा बढ़कर 26-30% हो सकता है। भारत एप्पल के लिए चीन के अलावा दूसरा सबसे बड़ा iPhone विनिर्माण केंद्र बन गया है। ग्रेटर चाइना क्षेत्र में मुख्य भूमि चीन, हांगकांग, मकाऊ और ताइवान शामिल हैं।

भारत और चीन के बीच अंतर

हालांकि भारत में iPhone उत्पादन बढ़ रहा है एप्पल के वैश्विक राजस्व या बिक्री में भारत का योगदान चीन से बहुत कम है। 2020 में, चीन ने एप्पल के कुल राजस्व का 14.68% योगदान किया जबकि भारत का योगदान सिर्फ 0.66% था। हालांकि एप्पल ने भारत में विनिर्माण शुरू किया था क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के कारण एप्पल ने अपनी आपूर्ति श्रृंखला को विविधता देने का निर्णय लिया था।

भारत में iPhone की बिक्री और उपभोक्ता बाजार

भारत में iPhone की पहुंच अभी भी स्मार्टफोन बाजार का केवल 6-7% है जो अन्य एंड्रॉइड ब्रांड्स जैसे सैमसंग, ओप्पो, वीवो, और शाओमी के मुकाबले काफी कम है। इन ब्रांड्स का हिस्सा 94% है। एप्पल के लिए भारत का उपभोक्ता बाजार एक चुनौती है क्योंकि यहां की प्रति व्यक्ति आय कम है जो बिक्री में वृद्धि में एक रुकावट है। उदाहरण के लिए चीन की प्रति व्यक्ति आय भारत से पांच गुना अधिक है।

भारत में निर्यात बढ़ रहा है

एप्पल ने 2020 में भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) योजना का फायदा उठाया। इस योजना के तहत अब भारत से iPhones का लगभग 70% निर्यात किया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में यह आंकड़ा बढ़कर 80-85% तक पहुंच सकता है। एप्पल का एक अधिकारी ने बताया कि भारत के निर्माण केंद्र से निर्यात में वृद्धि की उम्मीद है।

सैमसंग और अन्य ब्रांड्स

भारत में सैमसंग, शाओमी, ओप्पो और रियलमी जैसे अन्य ब्रांड्स के मुकाबले एप्पल का बाजार हिस्सा कम है। हालांकि, सैमसंग भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन निर्यातक है और इसका 30-35% उत्पादन निर्यात होता है।

भारत में iPhone बिक्री का योगदान

हालांकि भारत में iPhone की बिक्री अपेक्षाकृत कम है iPhone एप्पल के वैश्विक राजस्व का सबसे बड़ा हिस्सा है। FY24 में iPhone की बिक्री ने एप्पल के कुल वैश्विक राजस्व का 52% (201.1 बिलियन डॉलर) योगदान दिया। भारत में iPhone की बिक्री एप्पल के कुल राजस्व में लगभग 65-70% का योगदान करती है।

बता दें कि भारत में एप्पल का iPhone उत्पादन और निर्यात तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले वर्षों में भारत चीन के समान उत्पादन स्तर पर पहुंच सकता है। हालांकि भारत में iPhone की बिक्री अभी भी सीमित है और एप्पल को यहां अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में कुछ समय लगेगा। भारत का उपभोक्ता बाजार और प्रति व्यक्ति आय इसके लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है लेकिन iPhone का उत्पादन बढ़ने से निर्यात में तेजी आ रही है और यह भारत के लिए एक बड़ी सकारात्मक दिशा है।

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