Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Mar, 2025 09:13 AM

एक अप्रैल 2025 से आपकी यात्रा में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम ने घोषणा की है कि मुंबई के सभी टोल प्लाजा पर केवल फास्टैग से ही टोल भुगतान स्वीकार किया जाएगा। यह कदम टोल बूथों पर यातायात की भीड़ को कम करने और डिजिटल...
नेशनल डेस्क: एक अप्रैल 2025 से आपकी यात्रा में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम ने घोषणा की है कि मुंबई के सभी टोल प्लाजा पर केवल फास्टैग से ही टोल भुगतान स्वीकार किया जाएगा। यह कदम टोल बूथों पर यातायात की भीड़ को कम करने और डिजिटल भुगतान प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।इस बदलाव के बाद, अगर आप फास्टैग का इस्तेमाल नहीं करेंगे, तो आपको टोल राशि का दोगुना भुगतान करना होगा। यह राशि UPI, कैश या क्रेडिट/डेबिट कार्ड से अदा की जा सकेगी। तो, अगर आप चाहते हैं कि आपको डबल टोल का भुगतान न करना पड़े, तो फास्टैग का इस्तेमाल जरूर करें।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ खास वाहनों को इन नए नियमों से छूट भी दी गई है। हल्के मोटर वाहन, राज्य परिवहन बसें और स्कूल बसें मुंबई में प्रवेश करने वाले प्रमुख टोल प्लाजा पर फास्टैग से मुक्त रहेंगी। इन टोल प्लाजा में ऐरोली, दहिसर, मुलुंड पश्चिम, मुलुंड पूर्व, और वाशी शामिल हैं। वहीं, मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे और पुराने मुंबई-पुणे राजमार्ग पर फास्टैग का सख्ती से पालन किया जाएगा।
फास्टैग ब्लैकलिस्ट और अपडेट की जानकारी:
यह ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आपका फास्टैग ब्लैकलिस्ट है या आपने रिचार्ज किया है और स्टेटस अपडेट नहीं हुआ है, तो आपको डबल टोल टैक्स चुकाना पड़ सकता है। इसलिए, यात्रा से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपका फास्टैग रिचार्ज हो चुका है और उसका स्टेटस अपडेट हो चुका है। अगर आपके पास अभी तक फास्टैग नहीं है, तो आप इसे पेटीएम, अमेजन, या किसी बैंकिंग ऐप के जरिए आसानी से खरीद सकते हैं। तो, इस बदलाव के लिए तैयार रहें और फास्टैग का सही तरीके से इस्तेमाल करें ताकि आपकी यात्रा सुगम और बिना किसी अतिरिक्त खर्च के हो।
14 टोल कलेक्शन एजेंसियों को दो साल के लिए ब्लैकलिस्ट
दूसरी ओर, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने टोल वसूली में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने के बाद 14 टोल कलेक्शन एजेंसियों को दो साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है। यह कदम टोल वसूली प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए उठाया गया है।
मिर्जापुर टोल प्लाजा पर हुई थी छापेमारी
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित अतरैला शिव गुलाम टोल प्लाजा पर उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हाल ही में छापा मारा था। छापेमारी के बाद टोल वसूली में गड़बड़ियों का खुलासा हुआ। इस पर NHAI ने संबंधित एजेंसियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। हालांकि, एजेंसियों द्वारा दिए गए जवाब संतोषजनक नहीं थे, जिसके चलते उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।
100 करोड़ से ज्यादा की सिक्योरिटी जब्त
NHAI ने इन ब्लैकलिस्टेड एजेंसियों की 100 करोड़ रुपये से अधिक की परफॉर्मेंस सिक्योरिटी जब्त कर ली है। यह जुर्माना उन एजेंसियों द्वारा अनुबंध शर्तों का उल्लंघन करने के कारण लगाया गया है। साथ ही, इन एजेंसियों के स्थान पर अब नई टोल कलेक्शन एजेंसियों की नियुक्ति की जाएगी। NHAI ने आश्वासन दिया है कि टोल प्लाजा का संचालन बिना किसी व्यवधान के जारी रहेगा और नए ठेकेदारों को जल्द ही जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।