Edited By Monika Jamwal,Updated: 02 Jul, 2021 04:51 PM
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने क्षेत्रीय अखंडता और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए 1948 में ''नौशेरा की लड़ाई'' में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों के सम्मान में बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर सैन्य...
जम्मू : सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने क्षेत्रीय अखंडता और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए 1948 में 'नौशेरा की लड़ाई' में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों के सम्मान में बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर सैन्य स्टेशन के एक गेट का नाम नौशेरा रखा। एक रक्षा प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
प्रवक्ता ने कहा कि नौशेरा की लड़ाई भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक निर्णायक और ऐतिहासिक जीत थी और पाकिस्तान के लिए एक गंभीर झटका था। इसी लड़ाई के फलस्वरूप राजौरी जिले के नौशेरा शहर की रक्षा हुयी थी।
उन्होंने कहा कि उस लड़ाई में अपना बलिदान देने वाले वीर सैनिकों की याद में सेना के कमांडर ने उधमपुर सैन्य स्टेशन के एक महत्वपूर्ण गेट का नाम नौशेरा रखा और उसका अनावरण किया।
प्रवक्ता ने कहा कि सेना के कमांडर ने वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सेना के सभी वरिष्ठ अधिकारी और उधमपुर सैन्य स्टेशन के पूर्व सैनिक शामिल हुए।