Edited By Yaspal,Updated: 06 Sep, 2024 06:02 PM
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 इतिहास बन गया है और अब इसकी कभी वापस नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि मैं उमर अब्दुल्ला से कहना चाहता हूं कि नतीजे चाहे जो भी हों, हम आपको गुज्जरों को दिए गए...
श्रीनगरः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 इतिहास बन गया है और अब इसकी कभी वापस नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि मैं उमर अब्दुल्ला से कहना चाहता हूं कि नतीजे चाहे जो भी हों, हम आपको गुज्जरों को दिए गए आरक्षण को छूने नहीं देंगे। शाह ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में जम्मू-कश्मीर का स्वर्णिम युग देखा गया, शांति, प्रगति और विकास सुनिश्चित हुआ।
गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के पनपने में शामिल लोगों की जिम्मेदारी तय करने के लिए श्वेत पत्र जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का पूरी तरह से खात्मा सुनिश्चित करेंगे। शाह ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपील करते हुए कहा कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करने के लिए हमें पांच साल का कार्यकाल दें। इस दौरान उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र का भी जिक्र किया। NC के आर्टिकल 370 को लेकर एजेंडे को कांग्रेस का मौन समर्थन है। लेकिन धारा 370 अब इतिहास बन चुकी है, वह कभी लौट कर नहीं आ सकती और हम नहीं आने देंगे
शाह ने कहा, आर्टिकल 370 ही वह कड़ी थी जो युवाओं को विकास की जगह आतंकवाद की ओर धकेलती थी। जम्मू - कश्मीर में शिक्षा सबसे जरूरी थी। आरक्षण के लिए जरूरी था। मैं उमर अब्दुल्ला को कहना चाहते हैं कि हम आपको गुज्जर बकरवाल के आरक्षण को छूने नहीं दूंगा। बम की परछाइयां, मशीन गन की आवाज कश्मीर में सुनी जाती थी, जो अब इतिहास है।
अमित शाह ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों के ऋण माफ किए जाएंगे। 5 लाख रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। जम्मू में तवी रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। श्रीनगर में एम्यूजमेंट पार्क बनाया जाएगा। डल झील का विश्व स्तर पर विकास किया जाएगा। मां सम्मान योजना लेकर आएंगे। उज्ज्वला योजना के तहत 2 सिलेंडर दिए जाएंगे। छात्रों को 10 हजार रुपए कोचिंग फीस दी जाएगी। किश्तवाड़ में आयुष हर्बल पार्क बनेगा। राजौरी को टूरिज्म स्पॉट बनाएंगे। घर की एक महिला को 18 हजार रुपए सालाना दिए जाएंगे। कॉलेज छात्रों को हर साल 3 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी