Edited By ,Updated: 29 Jun, 2015 01:23 PM
बीबीपुर गांव के सरपंच सुनील जागलान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से प्रेरणा लेकर इसी महीने पंचायत की तरफ से बेटी बचाओ सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया।
जींद/नई दिल्ली: बीबीपुर गांव के सरपंच सुनील जागलान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से प्रेरणा लेकर इसी महीने पंचायत की तरफ से बेटी बचाओ सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया। सरपंच की यह मुहिम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन को इस कद्र भायी कि गत रविवार को उन्होंने रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम में इसका जिक्र कर डाला। यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री ने अपने मुंह से किसी गांव के सरपंच का जिक्र किया हो।
पीएम मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मन की बात कार्यक्रम में बीबीपुर की पंचायत द्वारा इसी महीने आयोजित बेटी बचाओ, सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता को लेकर कहा कि हरियाणा के एक छोटे से गांव बीबीपुर के सरपंच सुनील जागलान की बेटी बचाओ-सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता की पहल से देशभर में पिता अपनी बेटी के सोचने के लिए मजबूर हुआ और उन्होंने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
हरियाणा जैसा प्रदेश जहां लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या काफी कम है, वहां लड़कियों के सम्मान के लिए इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन करना प्रशंसा के काबिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ-सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता मजेदार थी। समाज में लड़कियों के सम्मान के लिए बेटी बचाओ-सैल्फी बनाओ को जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए। उन्हें भी इस प्रतियोगिता से प्रेरणा मिली है और वे भी इसी की तरह सैल्फी विद डॉटर कान्टैस्ट का आयोजन कर रहे हैं। इसके लिए जो भी पिता अपनी बेटी के साथ सैल्फी कर बेटी के लिए अच्छा-सा स्लोगन लिखकर पोस्ट करेगा, आए हुए पोस्ट में से जो सबसे अच्छी सैल्फी व स्लोगन होगा उसे वे वापिस रिपीट करेंगे।
वहीं पीएम द्वारा शुरू इस मुहिम के लिए सोशल साइट ट्विटर पर अपनी बेटियों के साथ देश भर से माता-पिता सैल्फी पोस्ट कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रेडियो पर अपने मन की बात कार्यक्रम में गांव की पंचायत द्वारा हाल ही में आयोजित बेटी बचाओ, सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता का जिक्र और इसकी तारीफ सुनकर बीबीपुर गांव के सरपंच सुनील जागलान गदगद हैं। सुनील जागलान ने कहा कि प्रधानमंत्री के मुंह से अपनी तारीफ सुनना उनके लिए अकल्पनीय था।