Edited By Rohini Oberoi,Updated: 31 Mar, 2025 11:55 AM

उत्तर प्रदेश के मेरठ से सांसद और अभिनेता अरुण गोविल ने 'घर-घर रामायण' अभियान के तहत मेरठ जेल में पुलिस अधिकारियों और कैदियों को रामायण की प्रतियां दी। इस दौरान सौरभ हत्याकांड के आरोपियों मुस्कान और साहिल को भी रामायण भेंट की गई।
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के मेरठ से सांसद और अभिनेता अरुण गोविल ने 'घर-घर रामायण' अभियान के तहत मेरठ जेल में पुलिस अधिकारियों और कैदियों को रामायण की प्रतियां दी। इस दौरान सौरभ हत्याकांड के आरोपियों मुस्कान और साहिल को भी रामायण भेंट की गई।
अरुण गोविल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "यह मेरे दिल में बहुत समय से था कि जेल में रामायण बांटी जाए। आज यह कार्य पूरा हुआ और यहां डेढ़ हजार रामायण की प्रतियां बांटी गई हैं। जेल परिसर में हमारी एंट्री होते ही 'जय श्री राम' के नारों से गूंज उठा। महिलाओं को भी रामायण दी गई है।"
रामायण: धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक मार्गदर्शिका
गोविल ने कहा कि रामायण केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं है बल्कि यह सामाजिक और पारिवारिक आचरण की एक गाइड भी है। उन्होंने कैदियों से आग्रह किया कि वे रामायण जरूर पढ़ें ताकि वे जीवन के सही मार्ग को समझ सकें। गोविल ने कहा, "कैदियों ने रामायण को बहुत श्रद्धा से स्वीकार किया है। कुछ ने अंग्रेजी में मुझे 'गुड जॉब' कहा, जिससे मुझे खुशी हुई। मैंने उनसे कहा कि जल्द बाहर आकर यहां से कुछ सीखें ताकि दुबारा जेल न आएं।"

सौरभ हत्याकांड के आरोपियों पर विचार
सौरभ हत्याकांड के आरोपियों मुस्कान और साहिल से मुलाकात के सवाल पर गोविल ने कहा कि उनसे मुलाकात तो हुई लेकिन कोई बातचीत नहीं हुई। मुस्कान की आंखों में आंसू देखकर उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता हर इंसान में होती है। वे मानते हैं कि रामायण पढ़ने से लोगों के जीवन में बदलाव आएगा।
इसके साथ ही गोविल ने कहा कि इस अभियान में सभी धर्मों के लोगों ने रामायण को बहुत श्रद्धा से स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि हालांकि घरों में अभी रामायण नहीं बांटी गई है लेकिन जेल में यह वितरण एक अलग अनुभव था। यहां कैदियों ने अनुशासन के साथ रामायण की प्रतियां लीं और इसके प्रति अपनी श्रद्धा दिखाई।