Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Feb, 2025 04:23 PM
![arvind kejriwal wants to become the cm of punjab by removing bhagwant mann](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_16_23_040802183swipe-ll.jpg)
पंजाब में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी के वरिष्ठ विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक बड़ा आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को हटाकर खुद पंजाब का सीएम बनना चाहते...
नेशनल डेस्क: पंजाब में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी के वरिष्ठ विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक बड़ा आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को हटाकर खुद पंजाब का सीएम बनना चाहते हैं। इस बयान ने राज्य की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है और अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या केजरीवाल सचमुच पंजाब में सरकार की बागडोर अपने हाथ में लेना चाहते हैं। बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी की हार के बाद अरविंद केजरीवाल पंजाब में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए नए रणनीतिक कदम उठा रहे हैं। सिरसा के अनुसार, केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें वह भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद से हटाने की कोशिश कर सकते हैं। सिरसा का कहना है कि केजरीवाल खुद को एक ‘अच्छे आदमी’ के रूप में पेश कर रहे हैं और विधायक उनसे कह रहे हैं कि वह ही पंजाब के अगले मुख्यमंत्री बनें।
क्या हैं केजरीवाल के खिलाफ आरोप?
बीजेपी के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह महिलाओं को 1000 रुपये देने के अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रहे हैं। इसके अलावा, वह पंजाब में नशे की समस्या को नियंत्रित करने में भी असफल रहे हैं। सिरसा ने कहा कि पंजाब की स्थिति पहले ही खराब हो चुकी है और अब केजरीवाल भगवंत मान को हटाकर अपनी कुर्सी की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। सिरसा ने दावा किया कि केजरीवाल अपने विधायकों से यह भी कहलवा रहे हैं कि वह एक ‘अच्छे आदमी’ हैं और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। इस प्रकार, केजरीवाल की राजनीति में खुद को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित करने की कोशिशों के बारे में दावा किया जा रहा है।
दिल्ली में पंजाब विधायकों की अहम बैठक
अरविंद केजरीवाल ने 10 फरवरी को दिल्ली के कपूरथला हाउस में पंजाब के सभी आम आदमी पार्टी के विधायकों को बुलाया है। इस बैठक में वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार और पंजाब में आगे सरकार कैसे चलानी है, इस पर चर्चा कर सकते हैं। इस बैठक को लेकर कई राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि केजरीवाल पंजाब में अपनी सत्ता की स्थिति को मजबूत करने के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं। केजरीवाल ने अब तक अपनी पार्टी के विधायकों से यह सुनिश्चित करने के लिए बैठक बुलाई है कि उनकी सरकार अगले चुनावों में कैसे सफल हो सकती है और पंजाब में आम आदमी पार्टी का प्रभाव कैसे बढ़ाया जा सकता है।
AAP का जवाब न आने तक कयासों का दौर जारी
जहां बीजेपी के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने केजरीवाल पर पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए भगवंत मान को हटाने का आरोप लगाया है, वहीं आम आदमी पार्टी की तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब सवाल यह है कि क्या केजरीवाल की इस रणनीति से पंजाब में राजनीतिक स्थिति में कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा या यह सिर्फ बीजेपी द्वारा फैलाया गया एक कूटनीतिक आरोप है?
चुनावी हार के बाद क्या कदम उठाएंगे केजरीवाल?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा था। अब देखा जाना यह है कि केजरीवाल अपनी हार के बाद पंजाब में क्या कदम उठाते हैं। क्या वह अपनी पार्टी के विधायकों की मदद से पंजाब में अपनी स्थिति को मजबूत कर पाएंगे? पंजाब में एक ओर दिलचस्प बात यह है कि आम आदमी पार्टी के कुछ विधायक पहले से ही अपने मुख्यमंत्री भगवंत मान की कार्यशैली से असंतुष्ट रहे हैं और ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या पार्टी में अंदरूनी संघर्ष के चलते कोई बड़ा बदलाव हो सकता है?