Edited By Parminder Kaur,Updated: 03 Sep, 2024 01:42 PM
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि जब लोग कांग्रेस का नाम सुनते हैं, तो उनके दिमाग में 'परिवारवादी पार्टी' की छवि बनती है। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम सुनते ही लोगों को लगता है कि पार्टी में एक कार्यकर्ता भी...
नेशनल डेस्क. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि जब लोग कांग्रेस का नाम सुनते हैं, तो उनके दिमाग में 'परिवारवादी पार्टी' की छवि बनती है। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम सुनते ही लोगों को लगता है कि पार्टी में एक कार्यकर्ता भी बूथ स्तर से उठकर प्रधानमंत्री के पद तक पहुंच सकता है।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि पार्टी को 18 से 25 साल के युवाओं को शामिल करने पर ध्यान देना चाहिए ताकि उन्हें पार्टी का सदस्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा, "जब हम कांग्रेस की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में एक परिवार की तस्वीर आती है। लेकिन भाजपा में ऐसा नहीं है। यहां एक कार्यकर्ता बूथ स्तर से उठकर देश का प्रधानमंत्री बन सकता है।"
शर्मा ने यह भी कहा कि भाजपा में माता-पिता की पहचान की आवश्यकता नहीं है। यहां केवल एक ही बात मायने रखती है और वह है राष्ट्र की सेवा। भाजपा ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली पार्टी का दर्जा प्राप्त किया है। भाजपा की नींव इतनी मजबूत है कि यह अगले 100-200 वर्षों तक अनवरत जारी रहेगी और कभी भी एक परिवार की पार्टी नहीं बनेगी।
मुख्यमंत्री ने भाजपा में शामिल होने के नौ साल बाद अपनी सदस्यता का नवीनीकरण किया और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मतदान की उम्र प्राप्त करने वाले युवाओं को पार्टी में शामिल करें। हमें 18-25 साल के युवाओं को सदस्यता देने की जरूरत है। वे हमारा भविष्य हैं और पार्टी को आगे बढ़ाएंगे। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में सोमवार को शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान के बाद की गई है।