Edited By Rohini Oberoi,Updated: 10 Feb, 2025 02:10 PM
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बेंगलुरु का येलहंका एयर फोर्स स्टेशन आज एयरो इंडिया 2025 के जोश और रोमांच से सराबोर है। यह आयोजन एशिया का सबसे बड़ा एयरोस्पेस शो है और इस शो का 15वां संस्करण कई ऐतिहासिक पल्स का गवाह बन रहा है। इस शो का मुख्य आकर्षण भारतीय वायुसेना का बहुउद्देशीय...
नेशनल डेस्क। बेंगलुरु का येलहंका एयर फोर्स स्टेशन आज एयरो इंडिया 2025 के जोश और रोमांच से सराबोर है। यह आयोजन एशिया का सबसे बड़ा एयरोस्पेस शो है और इस शो का 15वां संस्करण कई ऐतिहासिक पल्स का गवाह बन रहा है। इस शो का मुख्य आकर्षण भारतीय वायुसेना का बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान सुखोई सु-30 एमकेआई है जिसने अपने शानदार हवाई करतबों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सुखोई की गड़गड़ाहट और तेज़ उड़ान ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
इस बार खास है एयरो इंडिया 2025
इस बार का शो और भी खास है क्योंकि पहली बार रूस का सुखोई-57 और अमेरिका का एफ-35 फाइटर जेट भारत में अपने दमखम का प्रदर्शन कर रहे हैं। ये दोनों विमान अपनी तकनीकी क्षमता और युद्धक शक्ति के लिए प्रसिद्ध हैं और भारतीय दर्शकों को उनके प्रदर्शन का अद्भुत अनुभव मिलेगा।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम
इस भव्य आयोजन का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। उन्होंने कहा, "यह आयोजन भारत को एक मजबूत, सक्षम और आत्मनिर्भर रक्षा महाशक्ति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि रक्षा क्षेत्र में घरेलू कंपनियों की भागीदारी बढ़े।"
दुनिया भर की कंपनियों की भागीदारी
एयरो इंडिया 2025 में भारत के साथ-साथ अमेरिका, रूस, फ्रांस, इज़राइल और ब्रिटेन सहित कई देशों की प्रमुख एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनियां भाग ले रही हैं। यहां पर अत्याधुनिक रक्षा तकनीक, लड़ाकू विमान, ड्रोन, हेलीकॉप्टर और मिसाइलों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है जो इस शो का मुख्य आकर्षण है।
"मेक इन इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" के सपने को साकार करना
एयरो इंडिया 2025 न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन है बल्कि यह "मेक इन इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" के सपने को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है। इस शो के माध्यम से भारत अपने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है और भविष्य में और अधिक तकनीकी नवाचार देखने को मिल सकते हैं।