Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Dec, 2024 09:11 AM
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जानकारी दी कि राज्य में मादक द्रव्य के खिलाफ एक बड़े अभियान में पुलिस ने भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए हैं। यह अभियान असम के हाथीखिरा इलाके में चलाया गया। असम के करीमगंज जिले में एक ड्रग पेडलर को...
नेशनल डेस्क। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जानकारी दी कि राज्य में मादक द्रव्य के खिलाफ एक बड़े अभियान में पुलिस ने भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए हैं। यह अभियान असम के हाथीखिरा इलाके में चलाया गया। असम के करीमगंज जिले में एक ड्रग पेडलर को गिरफ्तार किया गया है और उसके कब्जे से 45 करोड़ कीमत की 1.5 लाख याबा गोलियां जब्त की गई हैं। हाथीखिरा इलाके में श्रीभूमि पुलिस यह कार्रवाई की।
क्या हुआ ऑपरेशन के दौरान?
असम पुलिस की श्रीभूमि टीम ने एक ट्रक को रोककर तलाशी ली। यह ट्रक पड़ोसी राज्य से आ रहा था।
तलाशी के दौरान ट्रक से 1.5 लाख YABA टैबलेट बरामद किए गए। इन गोलियों का वजन लगभग 16 किलोग्राम था। जब्त की गई दवाओं की कुल कीमत 45 करोड़ रुपये आंकी गई है।
एक व्यक्ति गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा है कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
सीएम का ट्वीट
वहीं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस कार्रवाई पर ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने लिखा,
"श्रीभूमि पुलिस द्वारा हाथीखिरा इलाके में चलाए गए मादक द्रव्य रोधी अभियान में 45 करोड़ रुपये की दवाएं बरामद की गईं। पड़ोसी राज्य से आ रहे एक ट्रक को रोका गया जिससे 1.5 लाख YABA टैबलेट बरामद की गईं। मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है।"
YABA टैबलेट क्या है?
YABA एक मादक पदार्थ है जिसे आमतौर पर "पागलपन की गोली" कहा जाता है। इसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है और यह समाज के लिए खतरनाक है।
पुलिस का संदेश
पुलिस ने बताया कि असम में मादक द्रव्यों के खिलाफ अभियान लगातार चलाया जाएगा। प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे इस प्रकार की गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें।
असम में मादक द्रव्यों के खिलाफ सख्त अभियान
असम सरकार ने राज्य को मादक द्रव्यों से मुक्त बनाने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। इस अभियान के तहत अब तक कई बड़े मादक पदार्थों के रैकेट का पर्दाफाश किया जा चुका है।
इस कार्रवाई से यह साफ है कि असम पुलिस और सरकार नशे के खिलाफ सख्ती से काम कर रही है। इससे राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगने की उम्मीद है।