Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 01 Feb, 2025 05:39 PM
पृथ्वी पर कभी भी कोई बड़ा खतरा आ सकता है, लेकिन इस बार जो ऐस्टरॉइड तेजी से हमारी ओर बढ़ रहा है, वह चिंता का कारण बन चुका है। वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक ऐस्टरॉइड का नाम "2024 YR4" रखा है, और इसकी दिशा और गति को देखकर उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह...
नेशनल डेस्क: पृथ्वी पर कभी भी कोई बड़ा खतरा आ सकता है, लेकिन इस बार जो ऐस्टरॉइड तेजी से हमारी ओर बढ़ रहा है, वह चिंता का कारण बन चुका है। वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक ऐस्टरॉइड का नाम "2024 YR4" रखा है, और इसकी दिशा और गति को देखकर उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह धरती से टकराता है तो इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं।
2024 YR4 ऐस्टरॉइड का खतरा
वैज्ञानिकों के अनुसार, ऐस्टरॉइड 2024 YR4 लगभग उसी साइज का है जैसा ऐस्टरॉइड 1908 में साइबेरिया के तुंगुस्का इलाके में गिरा था। उस ऐस्टरॉइड के कारण लाखों पेड़-पौधे नष्ट हो गए थे और कई किलोमीटर तक तबाही मच गई थी। गनीमत थी कि वह इलाका निर्जन था, लेकिन अगर ऐसा किसी आबादी वाले इलाके में होता तो बड़ी त्रासदी हो सकती थी। अब यही खतरा एक बार फिर पृथ्वी के सामने खड़ा है।
इस ऐस्टरॉइड के बारे में सबसे खतरनाक बात यह है कि इसका आकार और गति हमारी धरती के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकते हैं। वैज्ञानिकों ने इस ऐस्टरॉइड का ट्रैक करना शुरू कर दिया है और अब इसे लेकर दुनिया भर में चिंता जताई जा रही है।
वैज्ञानिकों की चेतावनी, 2032 में पृथ्वी से टकरा सकता है
2024 YR4 ऐस्टरॉइड को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने सबसे पहले खोजा था। एजेंसी का मानना है कि इस ऐस्टरॉइड के पृथ्वी से टकराने का खतरा 2032 में हो सकता है। हालांकि, ESA के वैज्ञानिकों का कहना है कि 2032 में इस ऐस्टरॉइड के धरती से गुजरने की संभावना 99 प्रतिशत तक सुरक्षित है, लेकिन एक प्रतिशत की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
ESA के खगोलविदों का कहना है, "हमारे पास नई तकनीक के कारण अब हम पहले से अधिक अंतरिक्ष वस्तुओं का पता लगा सकते हैं। इसके साथ ही, हमें उन वस्तुओं को लेकर अधिक सतर्क रहना होगा जो पहले हमारे ध्यान में नहीं आई थीं।"
UAE के खगोलविदों ने जताई चिंता
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खगोलविदों ने इस ऐस्टरॉइड के बारे में अपनी चिंता जताई है। उन्होंने दुनियाभर के वेधशालाओं से इस पर लगातार नजर रखने की अपील की है, ताकि अगर स्थिति और गंभीर होती है तो उसे समय रहते नियंत्रित किया जा सके। यह ऐस्टरॉइड हमारी पृथ्वी के करीब से गुजर सकता है और इससे होने वाले प्रभावों को समझने के लिए अधिक गहन अध्ययन की आवश्यकता है।
पृथ्वी पर सबसे ज्यादा किस क्षेत्र में पड़ेगा असर?
अंतरिक्ष एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि ऐस्टरॉइड का प्रभाव पृथ्वी पर कहां सबसे अधिक पड़ेगा। लेकिन, प्रारंभिक गणनाओं के अनुसार यह ऐस्टरॉइड पश्चिमी-मध्य अमेरिका, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, मध्य अटलांटिक महासागर और अफ्रीका के कुछ हिस्सों से होते हुए भारत तक पहुंच सकता है। इसका मतलब यह है कि अगर ऐस्टरॉइड पृथ्वी से टकराता है तो इसके प्रभाव का दायरा बहुत बड़ा हो सकता है।
क्या ऐस्टरॉइड 2024 YR4 से बचाव संभव है?
वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी भी इस ऐस्टरॉइड को लेकर कोई ठोस उपाय नहीं है। हालांकि, विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां इस पर लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं और इससे बचाव के लिए कई उपायों पर काम चल रहा है। वर्तमान में ऐस्टरॉइड को ट्रैक करने की तकनीक में काफी सुधार हुआ है, लेकिन अगर यह पृथ्वी से टकराता है तो इसे रोक पाना मुश्किल हो सकता है।
क्या हमें चिंता करने की आवश्यकता है?
जब भी इस तरह के बड़े खगोलशास्त्रीय खतरों का पता चलता है, तो समाज में एक असमंजस और डर का माहौल बन जाता है। हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय कोई भी गंभीर खतरा नहीं है, क्योंकि इस ऐस्टरॉइड के पृथ्वी से टकराने की संभावना बहुत कम है। फिर भी, इस तरह के खतरों को देखते हुए दुनिया भर के खगोलविदों द्वारा सतर्कता बनाए रखी जा रही है।