Edited By Radhika,Updated: 28 Jan, 2025 04:27 PM
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक हैरानीजनक मामला सामने आया है। यहां पर कनाडा जाने वाली लड़की मुसीबत में फँस गई, जिससे उसकी फ्लाइट छूट गई। I.G.I. एयरपोर्ट के सीनियर ऑफिसर के अनुसार, दलजीत कौर नामक युवती को एयर कनाडा की फ्लाइट AC-043 से...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक हैरानीजनक मामला सामने आया है। यहां पर कनाडा जाने वाली लड़की मुसीबत में फँस गई, जिससे उसकी फ्लाइट छूट गई। I.G.I. एयरपोर्ट के सीनियर ऑफिसर के अनुसार, दलजीत कौर नामक युवती को एयर कनाडा की फ्लाइट AC-043 से कनाडा जाना था। बैगेज चेक-इन और बोर्डिंग पास लेने के बाद वह दस्तावेजों की जांच के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंची। पासपोर्ट की जांच करते वक्त इमिग्रेशन अफसर की नजरें युवती के चेहरे पर रुक गईं।
अफसर ने शुरु की पूछताछ-
युवती का चेहरा देखेते ही अफसर के माथे पर शिकन आ गई। दरअसल, इमिग्रेशन अफसर ने जो पासपोर्ट जांचा था, उसमें जो फोटो लगी थी, वह युवती के चेहरे से मेल नहीं खा रही थी। पहले तो अफसर को लगा कि शायद फोटो पुरानी होने की वजह से अंतर है, लेकिन जब उन्होंने ध्यान से देखा, तो उन्हें यकीन हो गया कि पासपोर्ट में जो फोटो है, वह इस युवती की नहीं है। इसके बाद अफसर ने युवती से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान युवती ने स्वीकार किया कि यह पासपोर्ट उसका नहीं है और वह किसी और की पहचान पर कनाडा जाने की कोशिश कर रही थी। इस खुलासे के बाद, इमिग्रेशन ब्यूरो ने युवती को आगे की जांच के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने एसएचओ सुशील गोयल की अगुवाई में युवती से पूछताछ करने के लिए एक टीम बनाई।
20 लाख रुपए में कनाडा पहुंचाने की डील-
I.G.I. एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, पूछताछ के दौरान युवती की पहचान कुरुक्षेत्र (हरियाणा) की अमन के रूप में हुई। उसने पुलिस को बताया कि वह भी अपने दोस्तों की तरह कनाडा जाकर अपनी जिंदगी नए तरीके से शुरू करना चाहती थी। इसी दौरान उसके एक दोस्त ने उसे गौरव नाम के ट्रैवल एजेंट से मिलवाया। एजेंट गौरव ने उसे 20 लाख रुपए में कनाडा भेजने का वादा किया और यह भी बताया कि कनाडा पहुंचने के बाद वह रहने और नौकरी का इंतजाम भी करेगा। तय डील के अनुसार, अमन ने गौरव को 2 लाख रुपए दिए और बाकी का पैसा कनाडा पहुंचने के बाद देने का तय किया। रुपए मिलने के बाद, गौरव ने अमन के लिए दूसरा पासपोर्ट तैयार कर दिया।
कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार हुआ मामले का मास्टरमाइंड-
डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, अमन किसी और का पासपोर्ट लेकर आईजीआई एयरपोर्ट पहुंची थी और इमिग्रेशन जांच के दौरान पासपोर्ट की फोटो से उसकी सच्चाई सामने आ गई। इस कारण वह अपने प्लान में सफल नहीं हो पाई। अमन ने सब कुछ उगल दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से मिले पासपोर्ट को जब्त कर लिया गया, जो दलजीत कौर के नाम पर जारी हुआ था।
अमन के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी गौरव की तलाश शुरू कर दी। लंबी जांच के बाद, ट्रैवल एजेंट गौरव जुनेजा को हरियाणा के कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच अभी जारी है।