Edited By rajesh kumar,Updated: 29 Nov, 2024 06:13 PM
बुलंदशहर सदर के भाजपा विधायक प्रदीप चौधरी विवादों में घिर गए हैं। उनके द्वारा एक मुस्लिम फरियादी को जनता दरबार से यह कहते हुए लौटा दिया गया कि उसे वोट नहीं मिला, इसलिए सिफारिश नहीं करेंगे। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और विधायक के इस बयान...
नेशनल डेस्क: बुलंदशहर सदर के भाजपा विधायक प्रदीप चौधरी विवादों में घिर गए हैं। उनके द्वारा एक मुस्लिम फरियादी को जनता दरबार से यह कहते हुए लौटा दिया गया कि उसे वोट नहीं मिला, इसलिए सिफारिश नहीं करेंगे। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और विधायक के इस बयान की कड़ी आलोचना की जा रही है।
क्या है मामला?
राशन डीलर की शिकायत लेकर फजलु नाम का एक व्यक्ति सदर विधायक प्रदीप चौधरी के जनता दरबार पहुंचा। फजलु ने अपनी समस्या बतानी शुरू की, लेकिन विधायक ने उसे टोकते हुए कहा, ''मैं सिफारिश नहीं कर पाऊंगा। मुझे एक भी वोट नहीं मिला। तुमने काजू-पिस्ता खूब खाए, लेकिन वोट नहीं दिया।'' उन्होंने कहा कि वह मन के साफ आदमी हैं और जो कहना चाहते हैं, साफ-साफ कहते हैं।
धर्म के आधार पर भेदभाव की आलोचना
प्रदीप चौधरी के बयान पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि एक विधायक का कर्तव्य है कि वह धर्म, जाति और पंथ से ऊपर उठकर सभी नागरिकों की समस्याएं सुने। उनके इस रवैये को न केवल भेदभावपूर्ण माना जा रहा है, बल्कि इसे संविधान का उल्लंघन भी बताया जा रहा है।
दूसरे क्षेत्र के व्यक्ति को भी लौटाया
सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें विधायक ने अपनी विधानसभा क्षेत्र से बाहर के एक फरियादी को यह कहते हुए लौटा दिया कि वह अपनी समस्या अपने क्षेत्र के विधायक को बताएं।
विवाद के बावजूद बयान पर अड़े विधायक
विधायक चौधरी ने अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं जताया है। उन्होंने कहा कि वह जो महसूस करते हैं, वही बोलते हैं। इस मामले पर उनकी ओर से अब तक कोई सफाई नहीं दी गई है।