Edited By Mahima,Updated: 17 Sep, 2024 12:10 PM
दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कैलाश गहलोत को पछाड़कर दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बनने का फैसला किया है। यह फैसला विधायक दल की बैठक में लिया गया, जिसमें अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे...
नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कैलाश गहलोत को पछाड़कर दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बनने का फैसला किया है। यह फैसला विधायक दल की बैठक में लिया गया, जिसमें अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे आप विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया।
सूत्रों ने बताया कि कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा और आतिशी 26-27 सितंबर को होने वाले विशेष विधानसभा सत्र के दौरान शपथ लेंगी। पिछले सप्ताह शराब नीति मामले में जमानत मिलने वाले केजरीवाल ने 15 सितंबर को यह घोषणा करके दिल्ली के राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी कि वह दो दिन में इस्तीफा दे देंगे।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्रा और रोड्स स्कॉलर आतिशी को केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी माना जाता है। वह शिक्षा, वित्त, लोक निर्माण विभाग, राजस्व और सेवा जैसे प्रमुख विभागों की भी प्रभारी हैं।
आतिशी पर्दे के पीछे से काम करने के लिए जानी जाती हैं और शराब नीति मामले में केजरीवाल और आप के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी के बाद पार्टी का चेहरा बन गईं। 21 मार्च को केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आतिशी नियमित रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होती रहीं और आप प्रमुख का बचाव करती रहीं और सरकार का रुख स्पष्ट करती रहीं।