Edited By Mahima,Updated: 08 Feb, 2025 02:06 PM
दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कड़ी टक्कर देते हुए जीत दर्ज की। इस सीट पर आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 52058 वोटों से हराया।
नेशनल डेस्क: दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कड़ी टक्कर देते हुए जीत दर्ज की। इस सीट पर आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 52058 वोटों से हराया। इसके अलावा, कांग्रेस ने इस सीट पर अलका लांबा को उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था, लेकिन वह मुकाबला नहीं कर सकीं। यह जीत दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
चुनाव के पहले रुझान
पहली काउंटिंग के रुझान में बीजेपी के रमेश बिधूड़ी ने शुरुआत में 673 वोटों की बढ़त बनाई थी। इसके बाद पांचवें राउंड के काउंटिंग में उनकी बढ़त 2800 वोटों तक पहुंच गई थी, लेकिन जैसे-जैसे काउंटिंग का समय बढ़ा, आम आदमी पार्टी की मुख्यमंत्री उम्मीदवार आतिशी ने अपना पलड़ा भारी किया। 11वें राउंड के बाद बीजेपी के रमेश बिधूड़ी पीछे हो गए और आतिशी ने बढ़त बना ली।
रुझानों के बाद का माहौल
रुझानों को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में खुशी का माहौल देखा गया था, लेकिन जैसे-जैसे आतिशी ने अपनी बढ़त बनाई, स्थिति बदलने लगी। इस दौरान BJP के नेताओं ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ तीखा बयान दिया, और उनके दावों को खारिज कर दिया। रमेश बिधूड़ी ने विपक्षी नेताओं के आरोपों को भी नकारा और दावा किया कि उनकी पार्टी दिल्ली में अगली सरकार बनाएगी। इसके अलावा, बिधूड़ी ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला, और चुनाव आयोग के खिलाफ आरोपों को निराधार बताया।
कांग्रेस के रुख पर नजर
कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कालकाजी मंदिर से की थी और उन्होंने जनता से भरोसा जताया था। हालांकि, जब चुनाव परिणामों के रुझान सामने आए, तो कांग्रेस की स्थिति बहुत कमजोर नजर आई। अलका लांबा ने कहा कि वे दिल्ली की जनता के फैसले का सम्मान करेंगी। लांबा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है, और उन्होंने चुनावी राजनीति में एकमात्र विकल्प के रूप में अपनी पार्टी का प्रचार किया।
अच्छाई बनाम बुराई’ की लड़ाई
आतिशी ने इस चुनाव को ‘अच्छाई बनाम बुराई’ की लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चुनाव नहीं है, बल्कि यह काम और गुंडागर्दी के बीच संघर्ष है। उनकी उम्मीद है कि दिल्ली की जनता उनके साथ खड़ी होगी, और आम आदमी पार्टी दिल्ली में तीसरी बार जीत हासिल करेगी। आतिशी ने यह भी दावा किया कि अरविंद केजरीवाल भारी बहुमत के साथ चौथी बार मुख्यमंत्री बनेगे।
वोटों की गिनती और सुरक्षा इंतजाम
दिल्ली चुनावों की मतगणना के लिए सुरक्षा इंतजाम कड़े थे। तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत मतदान केंद्रों पर पुलिस की तैनाती की गई थी। बैलेट पेपर की गिनती के दौरान कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा टीमों को तैनात किया गया था। इस काउंटिंग प्रक्रिया में अब तक रुझान आ चुके हैं, और इन रुझानों से यह साफ हो गया है कि कालकाजी सीट पर मुकाबला कड़ा है।
कालकाजी का ऐतिहासिक संदर्भ
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र का इतिहास भी काफी दिलचस्प है। यह क्षेत्र 2008 में परिसीमन आयोग द्वारा पुनर्गठित किया गया था। कालकाजी, दक्षिण दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है, और यह क्षेत्र कालकाजी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। कालकाजी मंदिर देवी काली को समर्पित है, और यह इलाके का प्रमुख धार्मिक स्थल है। कालकाजी का नाम इसी मंदिर से पड़ा है और यह नेहरू प्लेस और ओखला रेलवे स्टेशन के पास स्थित है।
2020 और 2015 के चुनाव परिणाम
- 2020 चुनाव परिणाम:
- आम आदमी पार्टी: आतिशी - 55,897 वोट (जीतीं)
- बीजेपी: धर्मबीर - 44,504 वोट
- कांग्रेस: शिवानी चोपड़ा - 4,965 वोट
- 2015 चुनाव परिणाम:
- आम आदमी पार्टी: अवतार सिंह - 55,104 वोट (जीते)
- बीजेपी: हरमीत सिंह कालका - 35,335 वोट
- कांग्रेस: सुभाष चोपड़ा - 13,552 वोट
कालकाजी विधानसभा सीट पर इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प है, जहां बीजेपी और AAP के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। अब तक के रुझान में AAP की आतिशी ने बढ़त बनाई है, जबकि बीजेपी के रमेश बिधूड़ी कुछ पीछे हैं। कांग्रेस की उम्मीदें पूरी होती नहीं दिखाई दे रही हैं, और अलका लांबा के लिए इस बार चुनावी मुकाबला कठिन रहा है। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कौन सी पार्टी दिल्ली की अगली सरकार बनाएगी।