Edited By Archna Sethi,Updated: 17 Dec, 2024 08:27 PM
पुलिस स्टेशन पर हमला: डीजीपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दिए आदेश
चंडीगढ़, 17 दिसंबर: (अर्चना सेठी) अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन पर हुए हमले के मद्देनजऱ, पंजाब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार को शहर का दौरा किया और संबंधित अधिकारियों को पेशेवर पुलिसिंग सुनिश्चित करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यह दौरा मंगलवार तडक़े 3 इस्लामाबाद पुलिस थाने में घटी घटना के कुछ घंटे बाद किया गया।
इस संदर्भ में उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए, डीजीपी पंजाब ने हमले के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मानवीय खुफिया जानकारी के साथ तकनीकी संसाधनों का उपयोग करने पर जोर दिया।
उन्होंने ऐसे घिनौने अपराध के रुझानों और पैटर्न की पहचान कर अपराधों का पता लगाने के लिए सभी तकनीकी और फॉरेंसिक साधनों का उपयोग करते हुए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जांच करने को कहा, ताकि दोषियों को सजा सुनिश्चित की जा सके।
बैठक में पुलिस कमिश्नर (सी.पी.) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डी.आई.जी.) फिरोजपुर रेंज रणजीत सिंह ढिल्लों, डी.आई.जी. बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह और एस.एस.पी. अमृतसर (दिहाती) चरनजीत सिंह हाजिर थे।
डी.जी.पी. गौरव यादव ने सीमावर्ती जिलों में अमन-कानून की स्थिति का भी जायजा लिया और पुलिस संस्थानों पर हुए पिछले हमलों से संबंधित प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा, "अजनाला पुलिस थाना में आई.ई.डी. इम्प्लांट और नवांशहर के असरों की पुलिस चौकी पर हैंड ग्रेनेड हमले सहित पुलिस प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों से संबंधित पिछले सभी केसों को सफलतापूर्वक हल कर लिया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक अलग बैठक में, डी.जी.पी. ने कमिश्नरेट पुलिस अमृतसर, अमृतसर दिहाती, बटाला और तरनतारण सहित सीमावर्ती जिलों के सभी पुलिस सुपरिंटेंडेंट (एस.पी.), डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (डी.एस.पी.) और स्टेशन हाउस ऑफिसरों (एस.एच.ओ.) को पंजाब पुलिस की प्रमुख प्राथमिकताओं के बारे में संबोधित किया।
उन्होंने अधिकारियों को आतंकवाद, संगठित अपराध, नशा तस्करी और स्ट्रीट क्राइम के खिलाफ लड़ाई तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों को पेशेवर तरीके से निपटाने और ऐसे मामलों में तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज करने को सुनिश्चित करने की जरूरत है।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नई शुरू की गई 'सेफ पंजाब एंटी-ड्रग हेल्पलाइन' 9779100200 के माध्यम से प्राप्त सुझावों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए भी प्रेरित किया। इस हेल्पलाइन पर लोग नशा तस्करों या तस्करी के बारे में गुप्त रूप से रिपोर्ट कर सकते हैं।
डी.जी.पी. द्वारा अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा आयोजित ‘बड़ा खाना’ में भी भाग लिया गया। इस दौरान सभी रैंक के अधिकारियों को पुलिस बल के मुखी के साथ बातचीत करने और विचार साझा करने का मौका मिला।
इस उपरांत डी.जी.पी. गौरव यादव ने जालंधर का भी दौरा किया और अमन-कानून की स्थिति का जायजा लेने के लिए सी.पी. जालंधर स्वप्न शर्मा, डी.आई.जी. जालंधर रेंज नवीन सिंगला, एस.एस.पी. जालंधर दिहाती हरकमलप्रीत सिंह खख, एस.एस.पी. होशियारपुर सुरिंदर लांबा, एस.एस.पी. कपूरथला गौरव तूरा और अन्य गजटिड अधिकारियों और जलंधर कमिश्नरेट और जालंधर रेंज के एस.एच.ओ. के साथ बैठक की। डी.जी.पी. ने अधिकारियों के लिए आयोजित अत्याधुनिक सत्र में भी हिस्सा लिया जिसमें विभिन्न पुलिस स्टेशनों द्वारा अपनाए गए अनुभव साझा किए गए और अपराधों के हल पर चर्चा की गई। सत्र के दौरान जिला एस.बी.एस. नगर के पुलिस थाना औड़ द्वारा लोगों के सहयोग से नशेले पदार्थों पर नियंत्रण रखने के लिए अपनाए गए मॉडल पर चर्चा की गई।
उन्होंने विभिन्न जिलों द्वारा अपराधों से निपटने के लिए उपयोग की जा रही विभिन्न तकनीकों की सराहना की, जिसमें जालंधर शहर में क्राइम मैपिंग, जिला होशियारपुर में संगठित अपराध के लिए छुपी हुईं भारतीया न्या संहिताओं (बी.एन.एस.) धाराओं की उपयोग, जिला कपूरथला में सी.सी.टी.वी. की व्यापक उपयोग और सब डिविजनल कंट्रोल रूम की स्थापना, जिला जालंधर दिहाती में पेशेवर पुलिसिंग, जहां घिनौने अपराधों में शामिल व्यक्तियों को गिरफ्तार करने, दो-पहिया वाहनों पर विशेष ध्यान देते हुए सुव्यवस्थित ट्रैफिक संबंधी ध्यान देकर ट्रैफिक संबंधी अभियान, की ओर ध्यान केंद्रित करना शामिल है।