Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Mar, 2025 03:06 PM

महाराष्ट्र के संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बीजेपी, कांग्रेस, शिवसेना और एमएनएस सभी ने इसका समर्थन किया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इच्छा जताई लेकिन इसे एएसआई द्वारा संरक्षित स्थल बताया।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बीजेपी, कांग्रेस, शिवसेना और एमएनएस सभी ने इसका समर्थन किया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इच्छा जताई लेकिन इसे एएसआई द्वारा संरक्षित स्थल बताया। अबू आजमी के बयान के बाद मामला और गरमा गया। महाराष्ट्र के संभाजीनगर में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर बीजेपी, कांग्रेस, शिवसेना, एमएनएस और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज एक सुर में बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस इच्छा को दोहराया लेकिन बताया कि यह एक संरक्षित स्थल है, जिसे कांग्रेस सरकार के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का संरक्षण मिला था।
बीजेपी और शिवसेना की सख्त प्रतिक्रिया
बीजेपी नेता सुधीर मुंगंटीवार ने कहा, "मैंने अफजल खान की कब्र से अतिक्रमण हटाया था, तो मेरा इस मुद्दे पर विचार अलग कैसे हो सकता है? हमारी सरकार औरंगजेब की कब्र को हटाने के पक्ष में है।" शिवसेना नेता शंभूराजे देसाई ने भी साफ किया, "हमारी सरकार इस कब्र को हटाने के पक्ष में है और इस पर केंद्र सरकार से बातचीत की जाएगी।"
शिवाजी महाराज के वंशज भी समर्थन में
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज शिवेंद्रराजे भोसले ने भी कब्र हटाने की वकालत की। उन्होंने कहा, "इसमें किसी को गलत लगने जैसी कोई बात नहीं है। औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र में नहीं रहनी चाहिए।" एमएनएस नेता बाला नांदगांवकर ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "शिवाजी महाराज को तकलीफ देने वाले और संभाजी महाराज की हत्या करने वाले औरंगजेब की कब्र की कोई जरूरत नहीं है। इसे जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए।"
अबू आजमी के बयान से बढ़ा विवाद
मामला तब और गर्मा गया जब सपा नेता अबू आजमी ने औरंगजेब का बचाव करते हुए कहा, "मैं औरंगजेब को क्रूर या अत्याचारी शासक नहीं मानता। फिल्मों के माध्यम से उनकी छवि को विकृत किया गया है।" इसके बाद कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने उनके इस बयान की आलोचना की। बढ़ते विवाद के बाद अबू आजमी को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा, "मैं शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के खिलाफ बोलने की सोच भी नहीं सकता। अगर किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं।"
हालांकि, उनके खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे में केस दर्ज किया गया।
कांग्रेस का बीजेपी पर पलटवार
बीजेपी की ओर से कांग्रेस पर लगातार सवाल उठाए जाने पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा, "देवेंद्र फडणवीस तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, फिर भी कांग्रेस पर ही आरोप लगाते रहते हैं। अब सरकार को इस पर खुद फैसला लेना चाहिए।"