Edited By Yaspal,Updated: 08 Sep, 2024 07:59 AM
पेरिस पैरालंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद शूटर खिलाड़ी अवनी लेखरा भारत पहुंच चुकी हैं। अवनी ने शूटिंग में गोल्ड जीतक इतिहास रच दिया। दिल्ली एयरपोर्ट पर अवनी का भव्य स्वागत हुआ। लोग उन्हें बधाई देने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे
नई दिल्लीः पेरिस पैरालंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद शूटर खिलाड़ी अवनी लेखरा भारत पहुंच चुकी हैं। अवनी ने शूटिंग में गोल्ड जीतक इतिहास रच दिया। दिल्ली एयरपोर्ट पर अवनी का भव्य स्वागत हुआ। लोग उन्हें बधाई देने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस दौरान अवनी ने कहा कि "यह एक अच्छा सफर रहा है और हमने इस बार कई स्वर्ण पदक जीते हैं।" अवनी के इस स्वागत के बाद विनेश फोगाट भी पीछे छूट गईं। बता दें कि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कल यानी शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए।
आपको बता दें कि अवनि को यह जीत इतनी आसानी से नहीं मिली है। इस मुकाम पर पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा है। महज 12 साल की उम्र में अवनि लेखरा की जिंदगी उस समय बदल गई जब एक दुर्घटना के चलते उन्हें पैरालिसिस का शिकार होना पड़ा और चलने के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ गया। लेकिन अवनि ने हार नहीं मानी और आगे बढ़ने को ठान लिया। दुर्घटना के महज तीन साल बाद ही अवनी ने शूटिंग को अपनी जिंदगी बनाया और महज पांच साल के भीतर ही अवनी ने गोल्डन गर्ल का तमगा हासिल कर लिया। अब अपने लगातार दूसरे पैरालंपिक में उन्होंने स्वर्ण जीतकर इतिहास तो रचा ही, साथ ही भारत की सबसे कामयाब शूटर भी बन गईं। ओलंपिक हो या पैरालंपिक भारत की किसी महिला एथलीट ने दो स्वर्ण नहीं जीते हैं।
अब तक 27 पदक भारत की झोली में
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। भारत अब तक 6 गोल्ड के साथ 27 पदक अपने नाम कर चुके हैं। पदक तालिका में भारत का 18वां स्थान है। भारत ने 6 गोल्ड, 9 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। उल्लेखनीय है कि इस बार ओलंपिक गेम में भारत का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा था। पेरिस ओलंपिक में 1 सिल्वर के साथ 6 मेडल ही भारत की झोली में आ पाए। तुलनात्मक दृष्टि से पैरालंपिक गेम्स में भारत के खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा है।
वहीं, पेरिस ओलंपिक 2024 की सुर्खियां बनीं विनेश फोगाट 6 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हो गईं और देर रात तक उन्हें कांग्रेस ने जुलाना से विधानसभा का उम्मीदवार बना दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग विनेश की आलोचना कर रहे हैं। विनेश पिछले साल जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौनशोषण को लेकर आंदोलन का मुख्य चेहरी थीं। विनेश के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस और भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा की उनके खिलाफ रची गई साजिश थी।