Edited By Mahima,Updated: 08 Oct, 2024 10:58 AM
सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में अल्जाइमर, डिमेंशिया और हार्ट फेलियर जैसी नई बीमारियों को जोड़ने का निर्णय लिया है। इससे 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा। इस विस्तार से लगभग 6...
नेशनल डेस्क: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) में हाल ही में एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की गई है, जिसका उद्देश्य बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। इस योजना के तहत अब अल्जाइमर, डिमेंशिया, हार्ट फेलियर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज भी किया जा सकेगा। यह फैसला उन बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा जो इन बीमारियों से प्रभावित हैं और जिन्हें सही समय पर चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
आयुष्मान भारत योजना का परिचय
आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है। इस योजना का उद्देश्य देश के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्राप्त होता है। यह लाभ किसी भी सरकारी अस्पताल या उन निजी अस्पतालों में मिल सकता है, जिन्हें सरकार ने इस योजना से जोड़ा है।
वर्तमान पैकेज और नई बीमारियों का समावेश
वर्तमान में, AB-PMJAY के तहत 25 स्वास्थ्य पैकेज शामिल हैं। इनमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज शामिल है, लेकिन अब सरकार इन पैकेजों में नई बीमारियों को जोड़ने का निर्णय ले रही है। इस योजना के तहत अल्जाइमर, डिमेंशिया, हार्ट फेलियर और अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज संभव होगा। चिकित्सा विशेषज्ञों की एक समिति जो समय-समय पर इन पैकेजों की समीक्षा करती है, बुजुर्गों को प्रभावित करने वाली बीमारियों की पहचान करेगी और उसी के अनुसार नए पैकेज को जोड़ा जाएगा।
बुजुर्गों को दी जाने वाली राहत
बुजुर्गों में आमतौर पर गंभीर बीमारियों का खतरा अधिक होता है, इसलिए सरकार ने इस योजना का विस्तार करने का निर्णय लिया है। अब 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा। यह निर्णय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लिया गया है, जो किसी भी आय समूह से संबंधित हैं और जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस विस्तार से इन बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे उन्हें समय पर इलाज मिल सकेगा।
संभावित लाभार्थियों की संख्या
AB-PMJAY के इस विस्तार से अनुमानित 4.5 करोड़ परिवारों के लगभग 6 करोड़ लोगों को लाभ मिलने की संभावना है। यह संख्या भारत में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इन गंभीर बीमारियों का समय पर इलाज न करवाने से कई जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे स्वास्थ्य पर अधिक बोझ पड़ता है।
आयुष्मान कार्ड का महत्व
आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकता है। इस कार्ड के द्वारा किसी भी सरकारी अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही, जिन निजी अस्पतालों को सरकार ने इस योजना में शामिल किया है, वहां भी मरीज इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि सभी पात्र लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कदम
इस योजना का विस्तार सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुनिश्चित करता है कि कमजोर वर्ग के लोग भी गंभीर बीमारियों का इलाज करा सकें और उन्हें आर्थिक बोझ का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, यह समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुँचाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आयुष्मान भारत योजना में नए बदलावों से बुजुर्गों को विशेष रूप से राहत मिलेगी। यह कदम सरकार का एक सकारात्मक प्रयास है, जो स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में बढ़ रहा है। अब बुजुर्गों को समय पर इलाज मिल सकेगा और वे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना बेहतर तरीके से कर सकेंगे। इस योजना के माध्यम से सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक लाभ पहुंचाने का नया कदम उठाया है।