Edited By Mahima,Updated: 21 Sep, 2024 10:57 AM
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगामी अक्टूबर में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लॉन्च की तैयारी की है। इनमें से एक है U-WIN पोर्टल, जिसका उद्देश्य टीकाकरण सेवाओं को पूरी तरह से डिजिटल बनाना है। हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 70 वर्ष और उससे अधिक...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगामी अक्टूबर में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लॉन्च की तैयारी की है। इनमें से एक है U-WIN पोर्टल, जिसका उद्देश्य टीकाकरण सेवाओं को पूरी तरह से डिजिटल बनाना है। हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को Ayushman Yojana में शामिल करने का निर्णय लिया है, जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दोनों परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि Ayushman Yojana बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगी, जबकि U-WIN पोर्टल बच्चों के टीकाकरण के लिए स्थायी डिजिटल रिकॉर्ड बनाएगा। 17 वर्ष तक के बच्चों को लगभग 11 वैक्सीनेशन मिलेंगे, और माताओं के लिए भी 3 वैक्सीनेशन का प्रावधान होगा।
U-WIN पोर्टल की विशेषताएं
U-WIN पोर्टल के जरिए बच्चों को 12 बीमारियों से बचाने के लिए 27 डोज़ का टीकाकरण किया जाएगा। यह पोर्टल गर्भवती महिलाओं की टीकाकरण जानकारी भी ट्रैक करेगा और 11 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। इसमें एक स्वचालित SMS अलर्ट सिस्टम भी होगा, जो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर टीकाकरण से संबंधित सूचनाएं भेजेगा। उदाहरण के लिए, यदि बच्चे को पहले महीने में वैक्सीनेशन की आवश्यकता है, तो तुरंत SMS प्राप्त होगा। इस प्रणाली के तहत, देश के किसी भी हिस्से में टीकाकरण कराने की सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें सेल्फ रजिस्ट्रेशन का विकल्प भी होगा, जिससे लोग स्वयं भी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसके अलावा, आशा वर्कर्स भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में मदद करेंगी। सभी वैक्सीनेशन के लिए एक यूनिवर्सल QR कोड आधारित सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।
कोविड-19 के दौरान सफल अनुभव
कोविड महामारी के दौरान भारत ने Co-WIN के माध्यम से दुनिया का सबसे सफल टीकाकरण अभियान चलाया था, और अब उसी मॉडल का उपयोग बच्चों के टीकाकरण के लिए किया जाएगा। इस उद्देश्य के लिए सफल पायलट प्रोजेक्ट पूरा कर लिया गया है। Ayushman Yojana और U-WIN पोर्टल का लॉन्च भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल बुजुर्गों और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाएगा, बल्कि डिजिटल इंडिया की दिशा में एक नया आयाम भी जोड़ देगा। इस प्रयास से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार होगा, जो देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक होगा।