Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Sep, 2024 08:01 AM
भारत के वित्तीय क्षेत्र में बड़े सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों का दबदबा है, जिसमें SBI, HDFC Bank और ICICI Bank बैंक प्रमुख हैं। लेकिन बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस और हाल ही में लिस्टिड Bajaj Housing Finance की दमदार प्रगति के चलते बजाज समूह इस...
नेशनल डेस्क: भारत के वित्तीय क्षेत्र में बड़े सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों का दबदबा है, जिसमें SBI, HDFC Bank और ICICI Bank बैंक प्रमुख हैं। लेकिन बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस और हाल ही में लिस्टिड Bajaj Housing Finance की दमदार प्रगति के चलते बजाज समूह इस वर्चस्व को चुनौती दे रहा है।
Bajaj Housing Finance के Stock Market में सफल सूचीबद्धता के बाद, समूह का कुल बाजार पूंजीकरण (MCAP) 10.36 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो SBI समूह के 9.6 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। अब बजाज समूह भारत के वित्तीय क्षेत्र में तीसरा सबसे मूल्यवान समूह बन गया है, जबकि HDFC समूह 15.75 लाख करोड़ रुपये और ICIC समूह 11.95 लाख करोड़ रुपये के MCAP के साथ पहले और दूसरे स्थान पर हैं।
बजाज समूह की चार सूचीबद्ध वित्तीय कंपनियों-बजाज होल्डिंग्स, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, और Bajaj Housing-ने इस स्थिति को मजबूत किया है। Bajaj Housing Finance के शेयर सूचीबद्धता के दिन अपने निर्गम मूल्य 70 रुपये की तुलना में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 163.74 रुपये पर बंद हुए, जिससे समूह के एमकैप में 1.36 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
हालांकि बजाज समूह की कुल संपत्तियां अन्य बैंकों की तुलना में कम हैं, लेकिन इसका मुनाफा काफी प्रभावशाली है। वित्त वर्ष 2024 में, बजाज फाइनेंस ने 14,551 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 54,990 करोड़ रुपये की आय दर्ज की। इसके साथ ही, बजाज फाइनेंस का संपत्ति पर रिटर्न (ROA) 3.9% रहा, जो कि औसत सूचीबद्ध बैंकों के 1.14% की तुलना में करीब तीन गुना अधिक है। बजाज फाइनेंस का रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) भी 22% रहा, जो औसत सूचीबद्ध बैंकों के 12% से काफी बेहतर है।
बजाज फाइनेंस ने अपने भविष्य की रणनीति के तहत 2027-28 तक खुद को भारत की शीर्ष 20 कंपनियों और शीर्ष 5 वित्तीय सेवा कंपनियों में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने नई ऋण उत्पादों की श्रृंखला शुरू की है, जिसमें वाणिज्यिक वाहन वित्त, औद्योगिक उपकरणों के लिए फाइनेंस और पोस्टपेड क्रेडिट जैसे उत्पाद शामिल हैं। बजाज समूह की तेज वृद्धि और उच्च लाभप्रदता ने इसे देश के बड़े बैंकों के बीच एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना दिया है।