Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Dec, 2024 08:32 AM
केरल के प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पा की पूजा के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। मंदिर में चल रहे वार्षिक मंडल पूजा उत्सव के मद्देनजर बोर्ड ने 25 और 26 दिसंबर को डिजिटल...
नेशनल डेस्क। केरल के प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पा की पूजा के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। मंदिर में चल रहे वार्षिक मंडल पूजा उत्सव के मद्देनजर बोर्ड ने 25 और 26 दिसंबर को डिजिटल और मौके पर ही की जाने वाली बुकिंग की सुविधा पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
हर साल सबरीमला मंदिर में लाखों श्रद्धालु भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए आते हैं। इस बार भी मंडल पूजा के दौरान भक्तों की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए टीडीबी ने यह फैसला किया है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और भीड़ प्रबंधन बेहतर तरीके से हो सके।
डिजिटल और मौके की बुकिंग पर रोक
- डिजिटल बुकिंग: मंदिर प्रशासन ने 25 और 26 दिसंबर को ऑनलाइन बुकिंग पर अस्थायी रोक लगा दी है। इसका मतलब है कि इन दो दिनों में श्रद्धालु ऑनलाइन माध्यम से दर्शन के लिए बुकिंग नहीं कर पाएंगे।
- मौके की बुकिंग: मौके पर की जाने वाली बुकिंग पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसका उद्देश्य यह है कि अनियंत्रित भीड़ से बचा जा सके और मंदिर परिसर में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
श्रद्धालुओं को क्या करना होगा?
जो भक्त पहले से बुकिंग कर चुके हैं वे तय समय पर मंदिर आकर भगवान अयप्पा के दर्शन कर सकते हैं। उन्हें अपने बुकिंग संबंधी दस्तावेज साथ लाने होंगे। लेकिन जिन भक्तों ने अभी तक बुकिंग नहीं की है उन्हें दर्शन के लिए 27 दिसंबर तक इंतजार करना होगा जब यह पाबंदी हटाई जाएगी।
सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध
: टीडीबी ने पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर मंदिर परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
: भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष बैरिकेड्स लगाए गए हैं और जगह-जगह पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
: मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर में दर्शन के दौरान नियमों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें।
मंडल पूजा का महत्व
मंडल पूजा सबरीमला मंदिर के सबसे प्रमुख उत्सवों में से एक है। यह हर साल नवंबर के मध्य से शुरू होकर दिसंबर के अंत तक चलता है। इस दौरान भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं। इस बार भी मंदिर में लाखों भक्तों के जुटने की उम्मीद है।
भक्तों के लिए अपील
मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अनुरोध किया है कि वे संयम बरतें और निर्धारित नियमों का पालन करें। टीडीबी ने कहा है कि यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए उठाया गया है।
बता दें कि यह फैसला अस्थायी है और 27 दिसंबर के बाद डिजिटल और मौके पर बुकिंग की सुविधा फिर से शुरू हो जाएगी।