Edited By Tanuja,Updated: 14 Jan, 2025 06:14 PM
भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है। हाल ही में सीमा पर बाड़ लगाने के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर ...
Dhaka: भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है। हाल ही में सीमा पर बाड़ लगाने के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर भारतीय नागरिकों द्वारा ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय श्रीराम’ जैसे नारे लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बांग्लादेश ने भारत के सीमा पर बाड़ लगाने के कदम का कड़ा विरोध किया है। इसके चलते भारत ने बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नुरुल इस्लाम को सोमवार को साउथ ब्लॉक तलब किया। यह कदम बांग्लादेश द्वारा ढाका में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किए जाने के जवाब में उठाया गया।
पिछले हफ्ते जब भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) सीमा पर बाड़ लगाने का काम कर रहे थे, तो बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) और स्थानीय नागरिकों ने इसका विरोध किया। इस दौरान भारतीय नागरिक भी बड़ी संख्या में सीमा पर इकट्ठा हो गए और जोरदार नारेबाजी की। भारतीयों के ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों से माहौल और गर्म हो गया। शेख हसीना के कार्यकाल के समाप्त होने और मोहम्मद यूनुस के अंतरिम सरकार के प्रमुख बनने के बाद भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। तस्करी और अवैध प्रवास की घटनाएं तेज हो गई हैं। बीएसएफ की कार्रवाई में पिछले साल एक बांग्लादेशी तस्कर मारा गया था।
भारत और बांग्लादेश के बीच 1975 के दिशानिर्देशों के अनुसार, सीमा के 150 गज के भीतर कोई रक्षात्मक संरचना नहीं बनाई जा सकती। भारत तार बाड़ को रक्षात्मक संरचना नहीं मानता, लेकिन बांग्लादेश इस पर आपत्ति जता रहा है। भारत सीमा पर बाड़ लगाने के काम को हर हाल में पूरा करने पर जोर दे रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सीमा सुरक्षा भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत बाड़ को अपनी सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा मानता है और इसे जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्व BSF अधिकारी एस के सूद का कहना है कि भारत-बांग्लादेश की सीमा जटिल है और कई गांवों और घरों के बीच से गुजरती है, जिससे बाड़ लगाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। भारत और बांग्लादेश के बीच यह विवाद आपसी संबंधों को प्रभावित कर सकता है। जहां भारत अपनी सुरक्षा को लेकर सख्त है, वहीं बांग्लादेश इसे लेकर लगातार विरोध कर रहा है। अब देखना होगा कि दोनों देश इस विवाद को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाते हैं।