Edited By Tanuja,Updated: 28 Dec, 2024 03:21 PM
बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार के तहत हिंदू समुदाय पर लगातार हमले हो रहे हैं। इसके बावजूद, अंतरिम...
Dhaka: बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार के तहत हिंदू समुदाय पर लगातार हमले हो रहे हैं। इसके बावजूद, अंतरिम सरकार पर कोई असर नहीं दिख रहा और वे वैश्विक दबावों को नजरअंदाज करते हुए यह दावा कर रही है कि स्थिति सामान्य है।यह संकट तब और गहरा गया जब बांग्लादेश के नरैल जिले में एक 52 वर्षीय हिंदू महिला, बसना मलिक, के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसे ज़हर खिला कर हत्या कर दी गई। इस घटना ने हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते हमलों और सरकार की निष्क्रियता को उजागर किया है।
सरकार की ओर से इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने के कारण अल्पसंख्यक समुदाय के बीच डर और आक्रोश बढ़ रहा है, और उन्हें न्याय की उम्मीद कमजोर होती जा रही है। बांग्लादेश के नरैल जिले में 52 वर्षीय हिंदू महिला बसना मलिक की मौत के सामूहिक बलात्कार और आत्महत्या का आरोप लगाया जा रहा है। 24 दिसंबर को बसना मलिक अपने घर लौटीं, और उसी रात उनकी तबियत बिगड़ गई। अगले दिन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बसना के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर उसे जहर खिला दिया गया। बसना के बेटे रिंकू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उसकी मां के साथ क्रूरता की गई और वह इस अपराध के दोषियों को सजा दिलवाना चाहता है।
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। कुछ गांववालों के अनुसार, बसना का एक व्यक्ति से अफेयर था और कुछ स्थानीय युवकों ने उसे रंगेहाथ पकड़ने के बाद शारीरिक उत्पीड़न किया। इसके बाद बसना ने शर्म और मानसिक तनाव के कारण जहर पी लिया। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असल कारण का खुलासा होगा। यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हो रहे बढ़ते हमलों का हिस्सा है। शेख हसीना के शासन के दौरान इस समुदाय पर हमले तेज हो गए हैं, जिसमें धार्मिक स्थलों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा रहा है। यह हिंसा बांग्लादेश सरकार और मानवाधिकार संगठनों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है।