Edited By Tanuja,Updated: 11 Dec, 2024 02:11 PM
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे अल्पसंख्यक डर और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं। इन हमलों के चलते दुनिया भर में आक्रोश फैल रहा...
International Desk: बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदू समुदाय पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे अल्पसंख्यक डर और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं। इन हमलों के चलते दुनिया भर में आक्रोश फैल रहा है। बांग्लादेश सरकार ने हिंदुओं पर अत्याचार की 88 घटनाओं को स्वीकार किया है, लेकिन जमीनी सच्चाई इससे कहीं अधिक भयावह है। धर्मशाला से लेकर दिल्ली और टोरंटो से वाशिंगटन तक हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित किया है।
टोरंटो स्थित बांग्लादेश वाणिज्य दूतावास के बाहर प्रदर्शन
हाल ही में कनाडा (Canada) में हिंदू समुदाय के लोगों ने टोरंटो (Toronto) स्थित बांग्लादेश वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। टोरंटो में विरोध प्रदर्शन के दौरान एक कनाडाई हिंदू ने कहा, "हम एकजुट कनाडाई हिंदू यहां विरोध के लिए इकट्ठे हुए हैं। बांग्लादेश में 3 अगस्त 2024 से अल्पसंख्यकों और हिंदुओं पर हो रहे हमले असहनीय हैं। हम चाहते हैं कि यह हत्या और अत्याचार तुरंत बंद हो।" विरोध में शामिल एक बांग्लादेशी मूल की हिंदू महिला ने कहा, "बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह बेहद दर्दनाक है। हमें बचाया नहीं गया तो हम बांग्लादेश से भी गायब हो जाएंगे, जैसे हम अफगानिस्तान और पाकिस्तान से गायब हो गए। यह हमारी धरती थी, हमारी 14 पीढ़ियां यहीं जन्मी हैं।"
वाशिंगटन डीसी में भी विरोध
9 दिसंबर को भारतीय अमेरिकियों ने वाशिंगटन डीसी (Washington DC) में व्हाइट हाउस के सामने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्मरण दिवस के अवसर पर "बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार के खिलाफ मार्च" अभियान का हिस्सा था। मैरीलैंड के एक भारतीय अमेरिकी राज पटेल ने कहा, "हिंदुओं का जीवन मायने रखता है। हिंदू दुनिया का सबसे शांतिपूर्ण समुदाय है।" इसके अलावा भारत के कई शहरों में भी प्रदर्शन हुए। कोलकाता, जम्मू, लखनऊ, देहरादून और रांची जैसे शहरों में लोगों ने बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा के लिए भारत सरकार से दखल देने की अपील की।