Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Sep, 2024 02:14 PM
कानून के छात्रों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने एक महत्वपूर्ण अधिसूचना जारी की है। इसमें कहा गया है कि LLB की अंतिम मार्क्स शीट और डिग्री प्राप्त करने से पहले छात्रों को अपने खिलाफ दर्ज किसी भी एफआईआर, आपराधिक मामला, दोषसिद्धि या बरी होने की...
नई दिल्ली: कानून के छात्रों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने एक महत्वपूर्ण अधिसूचना जारी की है। इसमें कहा गया है कि LLB की अंतिम मार्क्स शीट और डिग्री प्राप्त करने से पहले छात्रों को अपने खिलाफ दर्ज किसी भी एफआईआर, आपराधिक मामला, दोषसिद्धि या बरी होने की जानकारी अपनी शिक्षण संस्था को देना अनिवार्य होगा। अगर छात्र इस जानकारी को छिपाते हैं, तो उनकी डिग्री रोक दी जाएगी और उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
BCI का निर्णय अनिवार्य
कानूनी पेशे में नैतिक मानकों को बनाए रखने के लिए जारी इस अधिसूचना के अनुसार, शिक्षण संस्थाएं छात्रों से प्राप्त आपराधिक मामलों की जानकारी को BCI को भेजेंगी। BCI के निर्णय आने के बाद ही छात्रों को उनकी डिग्री और अंतिम मार्कशीट जारी की जाएगी। यह निर्देश देश के सभी कानून संस्थानों पर लागू होगा।
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
BCI ने छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बायोमैट्रिक प्रणाली को अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा, सभी लॉ कॉलेजों को प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और एक साल तक रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं।
शैक्षणिक और रोजगार संबंधी घोषणाएं
नए निर्देशों के तहत, छात्रों को एलएलबी की पढ़ाई के दौरान किसी अन्य नियमित शैक्षणिक डिग्री नहीं लेने और वैध अनुमति के बिना किसी नौकरी, सेवा या व्यवसाय में शामिल नहीं होने की घोषणा भी करनी होगी।
BCI के इन सख्त दिशा-निर्देशों का उद्देश्य कानून के छात्रों के आचरण और जवाबदेही को सुनिश्चित करना है, ताकि देश के कानूनी पेशे में उच्चतम नैतिक मानकों को बनाए रखा जा सके।