Edited By Tanuja,Updated: 24 Aug, 2024 05:05 PM
कनाडा में भारतीय समुदाय खुद को काफी असुरक्षित महसूस कर रहा है। खास कर भारतीय व्यवसायियों को वसूली की धमकियां मिल रही....
British Colombia: कनाडा में भारतीय समुदाय खुद को काफी असुरक्षित महसूस कर रहा है। खास कर भारतीय व्यवसायियों को वसूली की धमकियां मिल रही हैं, और यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। विशेष रूप से ब्रिटिश कोलंबिया (BC), अल्बर्टा, और ओंटारियो जैसे प्रांतों में कई व्यवसायियों ने बताया है कि उन्हें फोन पर धमकियाँ दी जा रही हैं, जिसमें उनसे बड़ी रकम की मांग की जा रही है। ब्रिटिश कोलंबिया (BC) के एबॉट्सफोर्ड में स्थित व्यवसायी जस अरोड़ा भी उन कारोबारयों में शामिल हैं जिनको पिछले एक साल से कथित तौर पर वसूली की धमकियां मिल रही हैं। इन धमकियों में करोड़ों डॉलर की मांग की जा रही है, और इसके साथ उनके परिवार को भी निशाना बनाने की धमकी दी जा रही है।
कई व्यवसायियों ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए निजी सुरक्षा एजेंसियों की मदद ली है, और अपने व्यवसाय स्थलों और घरों पर अतिरिक्त सुरक्षा कैमरे लगाए हैं। अरोड़ा के घर पर हाल ही में एक हमले की घटना हुई, जिसमें उनके घर के बाहर पेट्रोल और टूटे हुए कांच मिले। हमले का CCTV फुटेज भी सामने आया है जिसमें अंधेरे में एक शख्स को जस अरोड़ा के घर पर हमला करते देखा जा सकता है। अरोड़ा और अन्य व्यवसायियों ने इस मुद्दे को लेकर पुलिस में कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। BC के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री माइक फार्नवर्थ ने कहा कि पुलिस और RCMP इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं, और उन्होंने पूरे कनाडा में कई गिरफ्तारियां भी की हैं। फार्नवर्थ ने यह भी बताया कि इन धमकियों के पीछे संगठित अपराध का हाथ हो सकता है, जिसमें अन्य प्रांतों और देशों, जैसे अमेरिका के संगठनों की भूमिका हो सकती है।
इसके बावजूद जस अरोड़ा और अन्य व्यवसायियों की चिंता बढ़ती जा रही है, क्योंकि उन्हें लगता है कि पुलिस की कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। अरोड़ा का कहना है कि उन्हें लगातार धमकियाँ मिल रही हैं, और पुलिस केवल फाइल नंबर देकर छोड़ देती है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस घटना के बाद, व्यवसायियों ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं, जिसमें अतिरिक्त सुरक्षा उपाय और सुरक्षा कैमरों की स्थापना शामिल है। हालांकि, इन उपायों के बावजूद, व्यवसायियों में असुरक्षा की भावना बनी हुई है।