Edited By rajesh kumar,Updated: 25 Dec, 2024 02:42 PM
पिछले कुछ समय में स्मार्टफोन की दुनिया में साइबर अपराध और ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। साइबर अपराधी लोगों को धोखा देने के लिए नए-नए तरीके अपनाते जा रहे हैं, जिसके चलते सरकार और टेलिकॉम कंपनियां लोगों को इनसे बचाने के लिए लगातार प्रयास कर...
नेशनल डेस्क: पिछले कुछ समय में स्मार्टफोन की दुनिया में साइबर अपराध और ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। साइबर अपराधी लोगों को धोखा देने के लिए नए-नए तरीके अपनाते जा रहे हैं, जिसके चलते सरकार और टेलिकॉम कंपनियां लोगों को इनसे बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने 120 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में सरकार ने खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय कॉल्स से सतर्क रहने की सलाह दी है।
सरकार ने जारी की चेतावनी
केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) की ओर से मंगलवार को एक बयान जारी किया गया। इस बयान में सरकार ने बताया कि मोबाइल यूजर्स को अंतरराष्ट्रीय नंबर से आने वाली कॉल्स से सावधान रहना चाहिए। DoT ने यह भी कहा कि टेलिकॉम कंपनियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को टैग करके ग्राहकों को इसके बारे में सूचित करें, ताकि लोग धोखाधड़ी का शिकार न हों।
अंतरराष्ट्रीय कॉल्स से जुड़े नए डेटा
सरकार ने 22 अक्टूबर को एक नई पहल शुरू की थी, जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय कॉल्स की पहचान करने और उन्हें रोकने के लिए एक फर्जी कॉल्स रोकथाम प्रणाली लागू की गई। इस प्रणाली को शुरू होने के बाद, 24 घंटे के भीतर ही 1.35 करोड़ से ज्यादा भारतीय मोबाइल नंबरों पर आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल्स में से 90 प्रतिशत को स्पैम कॉल्स के तौर पर पहचाना गया। इसका मतलब है कि साइबर अपराधी अब अंतरराष्ट्रीय नंबरों का इस्तेमाल करके लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं।
कैसे पहचानें फर्जी कॉल्स?
सरकार ने मोबाइल यूजर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसी भी अनजान अंतरराष्ट्रीय नंबर से आने वाली कॉल्स का जवाब देने से पहले सतर्क रहें। खासकर यदि कॉल का नंबर +91 से शुरू नहीं हो रहा है, तो ऐसी कॉल्स से बचें। इसके अलावा, यदि कॉल भारतीय सरकारी विभागों से होने का दावा करती है, तो भी यह फर्जी हो सकती है, क्योंकि सरकार या टेलिकॉम रेगुलेटर ट्राई की ओर से कभी भी किसी यूजर को कॉल नहीं की जाती।
पिछले चेतावनियां भी दी गईं थीं
DoT ने पहले भी सोशल मीडिया पर कई बार इस बात की चेतावनी दी है कि कुछ खास अंतरराष्ट्रीय नंबरों जैसे +77, +89, +85, +86, +87, और +84 से आने वाली कॉल्स से सावधान रहना चाहिए। यह नंबर आमतौर पर स्पैम कॉल्स और साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। DoT ने यह भी स्पष्ट किया था कि किसी भी सरकारी संस्था की ओर से ऐसे कॉल्स किए जाने की कोई संभावना नहीं है। अगर आपको इस तरह की कॉल आती है, तो तुरंत उसकी रिपोर्ट चक्षु पोर्टल पर कीजिए।
ठगी के तरीके
DoT ने बताया कि साइबर अपराधी इंटरनेट जनरेटेड कॉल्स के जरिए लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। ये कॉल्स आमतौर पर विदेश से आती हैं और अपराधी किसी सरकारी योजना, लॉटरी, या किसी अन्य फर्जी स्कीम का झांसा देते हैं। इसलिए, यदि आपको कोई अंतरराष्ट्रीय कॉल आती है, तो इसे अनदेखा करें और किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले पूरी जांच करें।