Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Jan, 2025 09:56 AM
हेयरड्रेसर के पास जाकर बालों की देखभाल करवाना और शैंपू करवाना अक्सर आरामदायक और सुकून देने वाला अनुभव होता है लेकिन एक दुर्लभ स्थिति जिसे "ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम (BPSS)" कहते हैं इसे कुछ लोगों के लिए खतरे में बदल सकता है। यह समस्या तब हो...
नेशनल डेस्क। हेयरड्रेसर के पास जाकर बालों की देखभाल करवाना और शैंपू करवाना अक्सर आरामदायक और सुकून देने वाला अनुभव होता है लेकिन एक दुर्लभ स्थिति जिसे "ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम (BPSS)" कहते हैं इसे कुछ लोगों के लिए खतरे में बदल सकता है। यह समस्या तब हो सकती है जब शैंपू करते समय गर्दन को अजीब स्थिति में रखा जाता है।
क्या है ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम?
1993 में अमेरिकी न्यूरोलॉजिस्ट माइकल वेनट्रॉब ने इस स्थिति का पता लगाया। इसमें बाल धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वॉशबेसिन के किनारे पर गर्दन को ज्यादा देर तक झुकाने या पीछे की ओर फैलाने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह अचानक कम हो जाता है। यह समस्या मुख्य रूप से रक्त वाहिकाओं के फटने या ब्लॉकेज के कारण होती है जिससे मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
बीपीएसएस कैसे होता है?
सैलून में शैंपू करते समय ग्राहकों को वॉशबेसिन के किनारे पर अपना सिर पीछे की ओर झुकाने के लिए कहा जाता है लेकिन यह स्थिति गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर दबाव डाल सकती है जिससे मस्तिष्क तक रक्त पहुंचाने वाली नसों में रुकावट आ सकती है।
कुछ मामलों में हड्डियों की स्पर्स (गांठ या छोटे हड्डी के टुकड़े) नसों को फाड़ सकते हैं या दबा सकते हैं। यह समस्या ज्यादातर उन लोगों में देखी जाती है जिनकी उम्र 50 साल से अधिक है या जिन्हें पहले से रक्त वाहिकाओं या रीढ़ की हड्डी की समस्याएं हैं।
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लक्षण
बीपीएसएस के लक्षण देरी से दिखाई दे सकते हैं जिससे इसे पहचानना मुश्किल हो सकता है। इसमें शामिल हैं:
➤ सिरदर्द
➤ चक्कर आना या धुंधली दृष्टि
➤ मतली और उल्टी
➤ गर्दन में दर्द
➤ शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या लकवा
➤ बेहोशी या कमजोरी महसूस करना
क्या यह समस्या आम है?
बीपीएसएस एक बेहद दुर्लभ स्थिति है। 2016 में स्विट्जरलैंड में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि 2002 से 2013 के बीच केवल 10 मामले ही सामने आए यह दुर्लभ है लेकिन इसके लक्षणों के बारे में जागरूक रहना महत्वपूर्ण है।
इससे बचने के उपाय
➤ सिंक पर आगे झुकें: गर्दन को पीछे की ओर ज्यादा न झुकाएं।
➤ सपोर्ट मांगें: बाल धोते समय गर्दन को सहारा देने के लिए सैलून स्टाफ से कहें।
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➤ हल्के हाथों से शैंपू करें: गर्दन पर ज्यादा दबाव न डालने के लिए हेयरड्रेसर से आग्रह करें।
➤ कम समय लगाएं: बाल धोने में ज्यादा समय न लें।
➤ अगर दर्द हो तो तुरंत बताएं: बाल धोते समय किसी भी असुविधा को नजरअंदाज न करें।